वाहन बनाने वाली जर्मनी की कंपनी बॉश समूह की भारतीय इकाई बॉश लिमिटेड की वित्त वर्ष 2024 में दो अंकों में वृद्धि पर नजर है। प्रीमियम वाहन और हरित ऊर्जा के दम पर कंपनी को दम मिलने की उम्मीद है। बॉश ग्रुप ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट और बॉश लिमिटेड के प्रबंध निदेशक गुरुप्रसाद मुदलापुर ने कहा, ‘परिवर्तन को अपनाना जरूरी है और इसलिए हम ग्राहकों की बदलती प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए तकनीक में हुई उन्नति का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं।’
उन्होंने कहा कि भारत के एक आशाजनक बाजार के रूप में उभरने और ग्रीन हाइड्रोजन और नए वाहनों की पेशकशों पर हमारे ध्यान के साथ बॉश आने वाले वर्ष में वृद्धि और सफल होने की सही राहत पर है। लोगों की बढ़ती आमदनी और अच्छी गाड़ियों की खरीद पर ध्यान होने के कारण स्कूटर, प्रीमियम मोटरसाइकिल और एसयूवी श्रेणियों में वृद्धि हो रही है।
पहली तिमाही के दौरान राजस्व में 17.3 फीसदी की वृद्धि के साथ बॉश लिमिटेड का शुद्ध लाभ 22.5 फीसदी बढ़कर 409 करोड़ रुपये हो गया। इसका मुख्य कारण यात्री कार और वाणिज्यिक वाहन श्रेणी में एग्झॉस्ट गैस टेंपरेचर (ईजीटी) उपकरण की बिक्री में वृद्धि के कारण बाजार में बेहतर प्रदर्शन हुआ। पावरट्रेन सॉल्यूशंस व्यवसाय ने पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 12.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की, जो पूरे वाहन बाजार की वृद्धि से बेहतर प्रदर्शन कर रही है। इससे वाहन श्रेणी की उत्पाद बिक्री में 13.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
हालांकि, आपूर्ति में अभी भी बाधाएं बनी हुई हैं। वाहन निर्माता कंपनी ने कहा कि हाल के महीनों में वैश्विक चिप आपूर्ति की स्थिति थोड़ी आसान हुई है। बॉश ने एक बयान में कहा, ‘वैश्विक आर्थिक संकट के कारण मांग कमजोर होने से दुनिया भर में चिप आपूर्ति के बेहतर वितरण में मदद मिली है। नतीजतन दोपहिया कारोबार की बिक्री में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
इसमें पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 42.8 फीसदी की वृद्धि हुई है।’उपभोक्ता उत्पादों में निरंतर वृद्धि और बुनियादी ढांचे में महत्त्वपूर्ण सरकारी निवेश से प्रेरित परिवहन कारोबार से इतर व्यवसाय ने पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में शुद्ध बिक्री में 21.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की।