भारत की गो फर्स्ट एयरलाइन दिवालिया हो गई है। पिछले 17 सालों से बिजनेस कर रही इस एयरलाइन ने पैसों की किल्लत के चलते 3 मई को अपनी फ्लाइट बंद कर दीं। इस तरह से भारत की एक और एयरलाइन कंपनी बंद हो गई। पिछले दो दशकों में भारत की 15 से ज्यादा एयरलाइन बंद हो चुकी हैं। गो फर्स्ट की शुरुआत साल 2005 में भारतीय इंडस्ट्रियलिस्ट नुसली वाडिया के बेटे जहांगीर वाडिया ने की थी।
गौर करने वाली बात है कि गो फर्स्ट के फाउंडर का पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना से करीब का नाता रहा है। दरअसल, जहांगीर वाडिया के पिता नुसली वाडिया जिन्ना के पोते हैं। इस तरह से जहांगीर उनके पड़पोते हुए। वाडिया की मां दीना, जिन्ना की इकलौती बेटी थीं। वैसे दीना के पारसी व्यक्ति नेविले वाडिया से शादी करने की इच्छा जताने पर उनके पिता से खटपट हो गई थी। उसके बाद वह पाकिस्तान केवल दो बार गईं। एक बार जिन्ना की मृत्यु के बाद साल 1948 में और फिर 2004 में। दीना का साल 2017 में 98 साल की उम्र में अमेरिका में निधन हो गया था।
बात करें वीडिया ग्रुप की तो इसका इतिहास बहुत पुराना है। 1736 में लोईजी नुसरवानजी वाडिया द्वारा स्थापित यह ग्रुप एक समुद्री निर्माण कंपनी के रूप में शुरू हुआ, जिसने अपनी वेबसाइट के अनुसार, ब्रिटिश साम्राज्य के लिए जहाजों का निर्माण किया।
वाडिया ग्रुप महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं से जुड़ा रहा है। उन्होंने “मिंडेन” जहाज बनाया था, जिस पर अमेरिकी राष्ट्रगान की रचना की गई थी। और उनके “HMS Cornwallis” जहाज पर नानकिंग की संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसके परिणामस्वरूप हांगकांग इंग्लैंड को सौंप दिया गया था।
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1863 और 1954 के बीच, ग्रुप ने चार लिस्टेड कंपनियां बनाईं जिनकी अब लगभग $15 बिलियन की संयुक्त मार्केट वैल्यू है – ये कंपनियां फूड ब्रांड ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, बेडिंग और गार्मेंट मेकर बॉम्बे डाइंग, हाइड्रोजन पेरोक्साइड निर्माता नेशनल पेरोक्साइड लिमिटेड, और बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग कॉर्प लिमिटेड, जो एक पोर्टफोलियो है जिसमें वृक्षारोपण और स्वास्थ्य संबंधी प्रोडक्ट शामिल हैं।