Office rent: ऑफिस मार्केट में मजबूत मांग का असर किराये पर भी दिखने लगा है। देश में ऑफिस मार्केट के प्रमुख शहरों में ऑफिस का औसत किराया महामारी के पूर्व के स्तर को पार कर गया है। कोर माइक्रो मार्केट में किराये में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई है। शहरों की बात करें तो दिल्ली-एनसीआर में किराये में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
संपत्ति सलाहकार फर्म कोलियर्स की रिपोर्ट के अनुसार, महामारी के बाद के दौर में ऑफिस मार्केट में मांग में तेजी से सुधार हुआ है। महामारी के समय 2020 और 2021 में ऑफिस की मांग में कमी आई थी। लेकिन इसके बाद 2022 तक लीजिंग गतिविधि पूरी तरह से वापस आ गई थी। 2022 के बाद से प्रत्येक वर्ष भारत में ग्रेड ए ऑफिस स्पेस की मांग ऑल टाइम हाई स्तर पर देखी जा रही है।
मजूबत मांग के कारण देश के 6 प्रमुख शहरों में इस साल पहली बार ऑफिस का औसत किराया भी महामारी के पूर्व यानी 2019 के स्तर को पार कर गया। इन 6 प्रमुख शहरों में 2019 में ऑफिस का औसत किराया 99.5 रुपये था, जो 2024 में बढ़कर 101.3 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया है। 2019 के बाद यह पहली बार 100 रुपये वर्ग फुट के स्तर को पार कर गया। साथ ही यह 2019 की तुलना में 1.8 फीसदी अधिक है।
कोलियर्स से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में ऑफिस किराये में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई है। 2019 में यहां औसत किराया 97.8 रुपये था, जो इस साल 2019 की तुलना में 8.3 फीसदी बढ़कर 105.9 रुपये वर्ग फु़ट हो गया। ऑफिस मार्केट के लिए सबसे महंगे शहर मुंबई में 2019 की तुलना में ऑफिस का औसत किराया 5.8 फीसदी बढ़कर 151.6 रुपये वर्ग फुट हो गया है। इस दौरान पुणे में औसत किराया 7.7 फीसदी बढ़कर 81.6 रुपये, चेन्नई में 5.1 फीसदी बढ़कर 77.8 रुपये, बेंगलूरु में 2.3 फीसदी बढ़कर 96.7 रुपये और हैदराबाद में यह 4.5 फीसदी बढ़कर 76.5 रुपये वर्ग फुट हो गया है।
Also read: दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है भारत : IMF
दिल्ली-एनसीआर के लिए कोर माइक्रो मार्केट गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड, नोएडा एक्सप्रेस वे और साइबर सिटी है। इस मार्केट में ऑफिस के किराये में 2019 की तुलना में इस साल 5 से 25 फीसदी इजाफा हुआ है। चेन्नई के कोर मार्केट ओएमआर जोन-1 में किराया 15 से 20 फीसदी, मुंबई के बीकेसी व Goregaon/JVLR में 10 से 15 फीसदी वृद्धि हुई है। पुणे के सीबीडी व Kharadi के साथ ही बेंगलूरु के ओआरआर व Whitefield में औसत किराये में 5 से 10 फीसदी इजाफा हुआ है।
कोलियर्स इंडिया के वरिष्ठ निदेशक एवं अनुसंधान प्रमुख विमल नादर ने कहा कि ऑफिस मार्केट में पिछले 5 वर्षों में विशेष रूप से महामारी के बाद के युग में मांग और नई आपूर्ति दोनों ही काफी प्रभावशाली रही है। 2019 से देश के छह प्रमुख ऑफिस मार्केट में मांग और आपूर्ति क्रमशः 2,640 और 2,340 लाख वर्ग फुट दर्ज की गई है। इस बीच औसत ऑफिस किराया और भी बढ़ सकता है। 2024 में प्रमुख शहरों में इसमें 10 फीसदी की सालाना वृद्धि देखी जा सकती है।