भारत में कारोबार बढ़ाने के लिहाज से ऐपल इंक ने अपने वैश्विक बिजनेस को संभालने वाले मैनेजमेंट में कुछ फेरबदल किए हैं। हाल ही में देश में बढ़ती ऐपल प्रोडक्ट्स की डिमांड के चलते भारत ऐपल कंपनी के लिए एक अलग ‘सेल रीजन’ बन गया है।
ब्लूमबर्ग की खबर के अनुसार इसके चलते भारत का एशिया के देशों के बीच में टेक के क्षेत्र में अलग पहचान बनेगी। इस बारें मे जानकारी देने वाले लोगों ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर ब्लूमबर्ग को के साथ ये जानकारी साझा की है। क्योंकि भारत को लेकर ऐपल की इस व्यापार योजना के बारे मे आधिकारिक रूप से अभी तक कोई घोषणा नहीं की गई है।
हालांकि इस बारे में कंपनी के प्रवक्ता ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
कंपनी ने पिछली तिमाही में भारत में रिकॉर्ड राजस्व कमाया, यहां तक कि इसकी कुल बिक्री में 5% की गिरावट आई। Apple ने क्षेत्र की सेवा के लिए एक ऑनलाइन स्टोर बनाया है और इस साल के अंत में देश में अपना पहला रिटेल आउटलेट खोलने की योजना बना रहा है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक ने कहा कि कंपनी “बाजार पर बहुत अधिक जोर दे रही है” और भारत में अपने काम की वर्तमान स्थिति की तुलना चीन में अपने शुरुआती वर्षों से की।
उन्होंने कहा, “संक्षेप में, हमने चीन में वर्षों पहले जो कुछ सीखा था, उसी को ध्यान में रख रहे हैं।” चीन वर्तमान में Apple के लिए लगभग $75 बिलियन प्रति वर्ष प्रोडक्शन करता है, जिससे यह अमेरिका और यूरोप के बाद कंपनी का सबसे बड़ा बिक्री क्षेत्र बन गया है।