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झाड़ू-पोछा-बरतन की सर्विस देने वाले ऐप ने जुटाए ₹47 करोड़, फाउंडर का है Zepto से कनेक्शन

2024 की शुरुआत में स्नैबिट ने Nexus Venture Partners से ही 1 मिलियन डॉलर की शुरुआती फंडिंग हासिल की थी।

Last Updated- January 21, 2025 | 7:08 PM IST
Snabbit

मुंबई के एक नए और अनोखे स्टार्टअप स्नैबिट ने सीरीज ए फंडिंग राउंड में 5.5 मिलियन डॉलर की मोटी रकम जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Elevation Capital ने किया, और साथ दिया Nexus Venture Partners और बड़े एंजल इन्वेस्टर्स जैसे विदित आत्रेय, संजीव बर्नवाल, गौरव मुंजाल और नीरज सिंह ने। इससे पहले, 2024 की शुरुआत में स्नैबिट ने Nexus Venture Partners से ही 1 मिलियन डॉलर की शुरुआती फंडिंग हासिल की थी।

स्नैबिट क्या है?

अगर आपके घर का कोई छोटा काम अधूरा रह गया हो, तो स्नैबिट आपकी मदद के लिए तैयार है। बस ऐप पर जाएं, प्रोफेशनल्स को बुक करें और 15 मिनट में आपके दरवाजे पर सफाई, बर्तन धोना, या कपड़े धोने जैसे काम करने वाले एक्सपर्ट्स हाज़िर होंगे। ये ऐप आपके घर के रोज़मर्रा के कामों का आसान और तेज़ हल है।

स्टार्टअप की कहानी

आयुष अग्रवाल ने 2024 में स्नैबिट की शुरुआत की। इससे पहले वे Zepto में चीफ ऑफ स्टाफ रह चुके हैं। आयुष का मानना है कि “भारत में घरेलू सेवाओं की भारी डिमांड है, लेकिन क्वालिटी सर्विस की कमी रही है।” उन्होंने कहा कि स्नैबिट ने छोटे से इलाके में माउथ-ऑफ-वर्ड के ज़रिए हजारों ग्राहकों का भरोसा जीता है। अब नए फंड्स के साथ स्नैबिट मुंबई के बाहर भी अपने कदम बढ़ाने के लिए तैयार है।

फंडिंग क्यों खास है?

इस फंडिंग के साथ स्नैबिट का मकसद है:

नई जगहों में विस्तार करना।
अपनी टीम को और मज़बूत बनाना।
अच्छी क्वालिटी के साथ भरोसेमंद सर्विस देना।

स्नैबिट क्यों है अलग?

स्नैबिट के प्रोफेशनल्स को खुद ट्रेन किया जाता है।
उन्हें स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा जैसे फायदे मिलते हैं।
यह भारतीय घरेलू सेवाओं के असंगठित सेक्टर को नई दिशा दे रहा है।

निवेशकों ने क्या कहा?

Elevation Capital के वाइस प्रेसिडेंट मनीष अडवाणी का कहना है, “स्नैबिट तेज़, भरोसेमंद और किफायती सेवाएं देता है। यह प्लेटफॉर्म वाकई कुछ अलग कर रहा है।” Nexus Venture Partners के डायरेक्टर सुवीर सुजान ने कहा, “स्नैबिट ने घरेलू सेवाओं के हाइपरलोकल मॉडल को नया आयाम दिया है।”

आगे क्या?

स्नैबिट की टीम का कहना है कि उनका मकसद सिर्फ बिजनेस बनाना नहीं, बल्कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार करना है जो भारतीय घरों के लिए रोजमर्रा के काम आसान कर दे। अब देखना यह है कि स्नैबिट अपनी सफलता की यह कहानी देश के दूसरे हिस्सों में कितनी जल्दी ले जाता है।

First Published - January 21, 2025 | 7:08 PM IST

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