अमेरिका की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन ने रवींद्र धारीवाल और जैकब मैथ्यु सहित फ्यूचर रिटेल के स्वतंत्र निदेशकों को पत्र लिखकर कहा है कि कंपनी और संस्थापक किशोर बियाणी के परिवार के कपटपूर्ण एवं दुर्भावनापूर्ण आचरण पर गौर किया जाए। अमेरिकी कंपनी ने कहा है कि ऐसे में यह जरूरी है कि तत्काल एक फोरेंसिक ऑडिट कराया जाए। उसने कहा है कि इससे यह सुनिश्चित होगा कि प्रवर्तक, अन्य पक्ष और उनके साथ काम करने वाले अन्य व्यक्ति कंपनी प्रशासन व्यवस्था को नजरअंदाज नहीं करेंगे।
फ्यूचर रिटेल के स्वतंत्र निदेशकों को एमेजॉन की ओर से भेजे गए पत्र को बिजनेस स्टैंडर्ड ने भी देखा है। पत्र में कहा गया है, ‘वास्तविकता यह है कि फ्यूचर रिटेल के स्वतंत्र निदेशक होने के नाते आप कंपनी, उसके प्रवर्तकों, निदेशकों और प्रबंधन के प्रमुख व्यक्तियों द्वारा की गई धोखाधड़ी की जांच करवा सकते हैं।’ रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ के साथ फ्यूचर के 3.4 अरब डॉलर के सौदे को रोकने के लिए एमेजॉन फ्यूचर रिटेल के साथ कानूनी लड़ाई लड़ रही है।
एमेजॉन ने फ्यूचर रिटेल के पूर्व स्वतंत्र निदेशक गगन सिंह, श्रीदेवी बाडिगा और शैलेंद्र भंडारी को भी पत्र लिखा है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन मधाबी पुरी, भारतीय रिजर्व बैंक की विशेषज्ञ समिति के चेयरपर्सन केवी कामत, बीएसई लिमिटेड के मुख्य नियामकीय अधिकारी नरीज कुलश्रेष्ठ, एनएसई लिमिटेड की मुख्य नियामकीय अधिकारी प्रिया सुब्रमण्यन को भी पत्र भेजा गया है। इसके अलावा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नैशनल बैंक, यूको बैंक और कतर नैशनल बैंक को भी पत्र भेजा गया है।
एमेजॉन ने कहा है कि फ्यूचरन रिटेल और बियाणी परिवार के खातों एवं वित्तीय लेनदेन की नियामकों, वैधानिक अधिकारियों और प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा व्यापक और स्वतंत्र जांच समय की मांग है।
