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ग्राहकों की सोच के केंद्र में है AI: सलिल पारेख

Infosys CEO सलिल पारेख ने अगले 5 साल के लिए कंपनी की योजनाओं, AI-फर्स्ट कंपनी बनने के लक्ष्य और वृहद् आर्थिक माहौल के बारे में बात की।

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आयुष्मान बरुआ   
शिवानी शिंदे   
Last Updated- August 06, 2023 | 10:36 PM IST

सलिल पारेख (Salil Parekh) को मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंधन निदेशक के तौर पर इन्फोसिस (Infosys) की कमान संभाले 5 साल से ज्यादा हो गए हैं। इस दौरान वह इन्फोसिस में स्थायित्व लाए हैं और इसे ग्राहकों के अधिक अनुकूल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कंपनी के बेंगलूरु मुख्यालय के अपने दफ्तर में पारेख ने अगले 5 साल के लिए कंपनी की योजनाओं, AI-फर्स्ट कंपनी बनने के लक्ष्य और वृहद् आर्थिक माहौल के बारे में आयुष्मान बरुआ और शिवानी शिंदे से बात की। मुख्य अंश:

हाल में आपने कहा था कि इन्फोसिस एआई-फर्स्ट कंपनी होगी। इसका क्या अर्थ है और टोपाज के जरिये आप किस तरह का बदलाव लाए हैं?

टोपाज एआई (आर्टिफिशल इंटेलिजेंस) में हमारे अगुआ होने का उदाहरण है। हमें लगा कि यह क्षमता दिखाना जरूरी है क्योंकि भीतर भी हम एआई में काफी काम कर रहे हैं। इस क्षेत्र में व्यापक क्षमता पेश करने वाले हम पहले थे और इस पर ग्राहकों का रुख बहुत सकारात्मक है। इससे पहले हम कोबाल्ट लाए थे, जो ग्राहकों के साथ बहुत अच्छा कर रहा है।

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एआई-फर्स्ट का मतलब ऐसे समझिए कि सॉफ्टवेयर बनाना हो, मानव संसाधन में कुछ काम करना हो या फाइनैंस तथा कंपनी के भीतर कोई काम करना हो, हर कर्मचारी के लिए हमारे पास एआई असिस्टेंस हैं। ये एआई सिस्टम्स पूरी तरह तैयार और उपलब्ध हैं। कंपनी में हमारे पास 40,000 प्रशिक्षित लोगों की टीम है और कुछ तिमाही में पूरी कंपनी एआई में माहिर हो जाएगी।

हम यह पक्का करना चाहते हैं कि एआई हर किसी के लिए काम का स्वाभाविक हिस्सा बन जाए। यह उत्पादकता बढ़ाने और ज्यादा काम करने का जरिया है। आज एआई ग्राहकों की सोच के केंद्र में है और ऐसा ग्राहक तथा उपक्रमों दोनों के साथ है।

एआई वाले नए माहौल में इन्फोसिस किस तरह बदलेगी?

कंपनी के भीतर चीजें बदल जाएंगी क्योंकिं हर कोई जेनरेटिव एआई प्लेटफॉर्म का उपयोग करेगा। अपने सॉफ्टवेयर बनाने के लिए हमने ओपन सोर्स जेनएआई प्लेटफॉर्म लिया है। हम इसे लगातार बढ़ा रहे है और बड़े लैंग्वेज मॉडल बना रहे हैं। हमारी 80 परियोजनाओं सभी मुख्य क्षेत्रों में फैली हैं। हमारे कई बड़े ग्राहक जेनएआई प्रोग्राम पर काम कर रहे हैं।

इसके दो पहलू हैं- पहला, व्यक्ति जो भी कार्य कर रहा है यह उसे बेहतर बनाने में मदद करता है। यह आपको काम का अधिक अवसर देता है। जो चीजें हम अतीत में नहीं कर सके, उन्हें जेनएआई के जरिये किया जा रहा है।

दूसरा, इससे उत्पादकता बढ़ेगी। हम जेनएआई के माध्यम से बड़े बाजार को भी सेवाएं दे सकते है, जो वृद्धि को तेज करेगा। तकनीक के क्षेत्र में दुनिया को आगे बढ़ाने का काम जारी है और इन्फोसिस इस लिहाज से बेहतर स्थिति में है।

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इन्फोसिस में आपका पहला कार्यकाल पूरा हो गया और बोर्ड तथा शेयरधारकों ने आपको अगले 5 वर्षों के लिए फिर जिम्मेदारी सौंपी है। आप अगले 5 साल में इन्फोसिस को कैसे देखते हैं?

ग्राहकों के लिए काम का बने रहना हमारे लिए जरूरी है। ग्राहकों के क्लाउड पर चले जाने से हम उनके लिए काम के बने रहे। आज तकनीक ग्राहकों के साथ ही उद्यमों का भी हिस्सा बनती जा रही है। हम इसी पर काम करना चाहते हैं।

पिछले कुछ वर्षों में यह पक्का करने की कोशिश की गई है कि इन्फोसिस ग्राहकों के साथ जुड़ी रहे। इन्फोसिस के साथ अच्छी बात यह है कि हम डिलिवरी में सर्वश्रेष्ठ हैं। आईटी पोर्टल इसका एक उदाहरण है। इस बार 6.7 करोड़ लोगों ने बेहद सुगमता से आयकर रिटर्न भरा है।

जीएसटी प्लेटफॉर्म पर अधिक से अधिक यूजर आते जा रहे हैं। हमने एक लीडरशिप टीम बनाई है, जो वृद्धि के इस अगले चरण में हमारी मदद करेगी। यह बहुत मजबूत टीम है, जिसमें कंपनी में 20-25 साल से काम कर रहे लोग शामिल हैं और कंपनी आधारित एआई पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

संस्थापक नारायण मूर्ति और नंदन नीलेकणि के बाद आप इन्फोसिस के सर्वश्रेष्ठ सीईओ में से एक रहे हैं। इस बारे में आपका क्या कहना है?

हमारे संस्थापक शानदार हैं, जिन्होंने इस कंपनी को आगे बढ़ाया। लोग कभी-कभी इसे कम या ज्यादा आंकते हैं लेकिन हकीकत में इन्फोसिस की मजबूत बुनियाद ही इसकी सफलता की कुंजी है। अगर आप हमारे किसी ग्राहक से मिलें तो इन्फोसिस के प्रति उनका अटूट विश्वास देखकर आप अचंभित हो सकते हैं।

चेयरमैन के तौर पर नीलेकणि की मौजूदगी कंपनी के लिए अनमोल है। जब भी मुझे जरूरत होती है, मैं संस्थापकों से आसानी से मिल लेता हूं और इन सब वजहों से ही हर कोई एक ही दिशा में काम कर रहा है। कंपनी जिस दिशा में जा रही है, उस पर नीलेकणि की अध्यक्षता वाला बोर्ड भी साथ है।

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चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी के नतीजे अनुमान से कम रहे। पूरा आईटी उद्योग जिस चुनौती भरे वृहद आर्थिक माहौल की बात कर रहा है, उसके बारे में आप कुछ कहेंगे…

पहली तिमाही में हमने पिछली तिमाही से 1 फीसदी और साल भर पहले से 4 फीसदी वृद्धि देखी। इस दौरान 2.3 अरब डॉलर के बड़े सौदे हुए। एकीकरण और लागत कम करने के उपायों से हमें लाभ मिल रहा है। हमारा क्लाउड आधारित कोबाल्ट लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।

स्थिर मुद्रा पर पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में विनिर्माण में 20.7 फीसदी और लाइफ साइंसेज क्षेत्र में 13.9 फीसदी वृद्धि हुई है। वित्तीय सेवा, निवेश बैंकिंग, मॉर्गेज, भुगतान, परिसंपत्ति प्रबंधन, दूरसंचार तथा रिटेल के कुछ हिस्सों में थोड़ी नरमी देखी जा रही है।

ग्राहक मूल रूप से बदलाव कार्यक्रमों या गैर-जरूरी खर्च वाली परियोजनाओं से पीछे हट रहे हैं। मगर ऑटोमेशन वाले क्षेत्रों में हमें लाभ दिख रहा है। हमारा अनुमान साफ बताता है कि साल के अंत में हमें इनमें से कुछ सौदों और बदलाव से सकारात्मक प्रभाव दिखना शुरू हो जाएगा।

मजबूत ऑर्डर बुक के बाद भी आय पर इसका ज्यादा फायदा नहीं दिख रहा है?

आपको इसे पिछले साल के बरअक्स देखना होगा, जब हमने 15 फीसदी की दर से वृद्धि की और पहली तथा दूसरी तिमाही में 22 फीसदी से अधिक वृद्धि रही थी। इस तरह लगातार दो साल हमने बहुत मजबूत वृद्धि की। बहुत सी चीजें जैसे ही सामने आएंगी, हम आय में इजाफा देखेंगे।

हालांकि वित्तीय सेवा, दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र में कुछ परियोजनाएं धीमी हो रही हैं या रुक रही हैं। इससे ऑर्डर का पूरा लाभ आय में नहीं दिख रहा है। इसमें थोड़ा वक्त लगेगा और साल के अंत तक इसका लाभ दिख सकता है।

First Published : August 6, 2023 | 10:36 PM IST