facebookmetapixel
दक्षिण भारत के लोग ज्यादा ऋण के बोझ तले दबे; आंध्र, तेलंगाना लोन देनदारी में सबसे ऊपर, दिल्ली नीचेएनबीएफसी, फिनटेक के सूक्ष्म ऋण पर नियामक की नजर, कर्ज का बोझ काबू मेंHUL Q2FY26 Result: मुनाफा 3.6% बढ़कर ₹2,685 करोड़ पर पहुंचा, बिक्री में जीएसटी बदलाव का अल्पकालिक असरअमेरिका ने रूस की तेल कंपनियों पर लगाए नए प्रतिबंध, निजी रिफाइनरी होंगी प्रभावित!सोशल मीडिया कंपनियों के लिए बढ़ेगी अनुपालन लागत! AI जनरेटेड कंटेंट के लिए लेबलिंग और डिस्क्लेमर जरूरीभारत में स्वास्थ्य संबंधी पर्यटन तेजी से बढ़ा, होटलों के वेलनेस रूम किराये में 15 फीसदी तक बढ़ोतरीBigBasket ने दीवाली में इलेक्ट्रॉनिक्स और उपहारों की बिक्री में 500% उछाल दर्ज कर बनाया नया रिकॉर्डTVS ने नॉर्टन सुपरबाइक के डिजाइन की पहली झलक दिखाई, जारी किया स्केचसमृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाला मिथिलांचल बदहाल: उद्योग धंधे धीरे-धीरे हो गए बंद, कोई नया निवेश आया नहींकेंद्रीय औषधि नियामक ने शुरू की डिजिटल निगरानी प्रणाली, कफ सिरप में DEGs की आपूर्ति पर कड़ी नजर

Adani Group को मिला जपानी बैंकों का साथ, कारोबार विस्तार के लिए देंगे लोन!

Last Updated- May 08, 2023 | 6:22 PM IST
Adani Group

अदाणी ग्रुप (Adani Group) से अब संकट के बादल छटते नजर आ रहे हैं। जापानी बैंकों ने अदाणी ग्रुप पर भरोसा जताया है और ग्रुप को आर्थिक मदद का आश्वासन दिया है। फाइनैंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशियल ग्रुप (Mitsubishi UFJ Financial Group), सुमितोमो मित्सुई बैंकिग (Sumitomo Mitsui Banking) और मिजुहो फाइनैंशियल ग्रुप (Mizuho Financial Group) अदाणी ग्रुप को वित्तीय मदद करने के लिए सामने आए हैं।

बता दें कि ये तीनों ही जापानी बैंक ग्रुप अदाणी ग्रुप के वर्तमान ऋणदाता नहीं हैं। जापानी बैंक ग्रुप नई परियोजनाओं के लिए लोन और उच्च लागत वाले लोन की रिफाइनैंसिंग के माध्यम से अदाणी ग्रुप की मदद कर सकते हैं। क्योंकि अदाणी ग्रुप ने अपने कारोबार के विस्तार को लेकर योजनाओं की एक सीरीज शुरू की है।

शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की जनवरी में आई रिपोर्ट के बाद निवेशकों का विश्वास वापस जीतने के लिए एशिया (Asia) और यूरोप (Europe) में आयोजित रोड शो में यह आश्वासन दिया गया।

Also Read: Adani group stocks: बाजार में तेजी के बावजूद अदाणी के शेयर लुढ़के, 2 शेयरों में लगा है लोअर सर्किट

बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को 106 पेज की एक रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में अदाणी समूह पर स्टॉक्स के 85 फीसदी तक ओवरवैल्यूड होने के आरोप लगाए गए। इसके साथ ही ग्रुप पर कई अन्य आरोप भी लगाए गए। इन आरोपों से निवेशकों का भरोसा अदाणी ग्रुप की कंपनियों से डगमगाने लगा और देखते ही देखते ग्रुप का आधा मार्केट कैपिटल कम हो गया।

फाइनैंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्टैंडर्ड चार्टर्ड (Standard Chartered) और बार्कलेज (Barclays) सहित मौजूदा ऋणदाताओं ने भी ग्रुप के ऑपरेशन में अपने विश्वास की ‘पुन: पुष्टि’ की है।

सभी बैंकों ने FY24 और FY26 में परिपक्व होने वाले बॉन्ड और मौजूदा और नए ऋण को रिफाइनैंस करने का समर्थन किया है। अदाणी ग्रुप के पास FY24 और FY26 में परिपक्व होने वाले 4 अरब डॉलर के बॉन्ड हैं।

अदाणी एंटरप्राइजेज (AEL), अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी पोर्ट्स और अदाणी टोटल गैस में 15,446 करोड़ रुपये के निवेश के साथ अदाणी ग्रुप में एक प्रमुख निवेशक जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) के गौतम अदाणी की कंपनियों में और निवेश करने की संभावना है।

Also Read: Adani group उठाने जा रहा है एक और बड़ा कदम, बैंकों से बातचीत हुई शुरू

वित्तीय संकट के भय को दूर करने के लिए आयोजित निवेशक रोड शो में गौतम अदाणी का प्रतिनिधित्व ग्रुप के CFO जुगशिंदर सिंह और कॉरपोरेट फाइनैंस के प्रमुख अनुपम मिश्रा ने किया। रोड शो बॉन्डधारकों, बैंकरों, निवेशकों, विदेशी संस्थागत निवेशकों और शेयरधारकों तक पहुंचा।

बता दें कि हाल ही में अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Adani Cement Industries Ltd) ने 20 करोड़ डॉलर का भुगतान किया है, जिससे उसे होल्सिम के भारतीय कारोबार के अधिग्रहण के दौरान लिए गए कर्ज में कुल 1 अरब डॉलर की कमी लाने में मदद मिली है। इसके अलावा शेयर बाजार में ग्रुप की कंपनियां फिर से अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। मुमकिन है कि इन बातों को ध्यान में रखते हुए जापानी बैंक और निवेशक अदाणी ग्रुप पर भरोसा जता रहे हैं।

First Published - May 8, 2023 | 6:21 PM IST

संबंधित पोस्ट