अदाणी परिवार भारत की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी अंबुजा सीमेंट्स में ब्लॉक डील के जरिये अपनी 3 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 50 करोड़ डॉलर यानी करीब 4,197 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहा है।
बैंकिंग सूत्रों ने बताया कि शेयरों की यह बिक्री अदाणी परिवार द्वारा अपने 125 अरब डॉलर के दमदार पोर्टफोलियो (गैर-सूचीबद्ध कंपनियों सहित) को प्रबंधित एवं संतुलित करने की पहल के तहत की जा रही है। इससे समूह की कंपनियों में निवेश को रफ्तार देने और भारत में लंबी अवधि के लिए निवेश करने के इच्छुक सॉवरिन फंड निवेशकों को शामिल करने की योजना है।
बिक्री की शर्तों के अनुसार, अंबुजा सीमेंट्स के शेयरों की पेशकश गुरुवार के बंद भाव 632 रुपये प्रति शेयर पर 5 फीसदी छूट के साथ की जाएगी। अदाणी समूह ने इस बाबत जानकारी के लिए पूछे जाने पर कोई टिप्पणी नहीं की।
फिलहाल अंबुजा सीमेंट्स में अदाणी परिवार की 90.33 फीसदी हिस्सेदारी है जिसे उसने मई 2022 में स्विटजरलैंड की कंपनी होल्सिम से खरीदी थी। अदाणी पावर में भी अदाणी परिवार की 71.71 फीसदी हिस्सेदारी है। इस मामले के एक करीबी सूत्र ने बताया कि अदाणी परिवार इस बिजली उत्पादन करने वाली कंपनी में 0.5 से 3 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर
वैश्विक निवेशकों को शामिल करना चाहता है। मगर इस संबंध में अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
सूत्र ने कहा, ‘अदाणी समूह के अधिकतर शेयर 52 सप्ताह की ऊंचाइयों पर कारोबार कर रहे हैं। इन शेयरों की मांग ऐसे निवेशकों की ओर से बढ़ गई है जो लंबी अवधि के लिए बड़ा निवेश करना चाहते हैं। इसलिए हम सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।’
अदाणी पावर का शेयर इस साल 1 जनवरी के बाद 28.4 फीसदी बढ़त के साथ आज 674 रुपये पर बंद हुआ। अंबुजा सीमेंट्स का शेयर इस दौरान 21.5 फीसदी बढ़कर आज 633 रुपये पर बंद हुआ।
हाल में कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, जीक्यूजी कैपिटल आदि सॉवरिन वेल्थ फंड जैसे लंबी अवधि के कई निवेशकों ने अदाणी समूह की कंपनियों में निवेश किया है। सूत्रों ने बताया कि अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के हालिया क्यूआईपी के तहत सभी ग्रीन शू ऑप्शन की बिकवाली मांग में तेजी का उदाहरण है।
अदाणी परिवार समूह की कंपनियों में निवेश को रफ्तार देना चाहता है क्योंकि अगले दशक में 100 अरब डॉलर के निवेश की योजना बनाई गई है। इसी क्रम में पोर्टफोलियो को संतुलित करने की कोशिश की जा रही है। समूह अपने हवाई अड्डा कारोबार में 21 अरब डॉलर का निवेश करेगा और वित्त वर्ष 2028 तक उसे सूचीबद्ध कराने की योजना है। फिलहाल यह कारोबार एईएल के तहत है।
अदाणी परिवार द्वारा जुटाई जाने वाली यह रकम अदाणी एंटरप्राइजेज द्वारा क्यूआई के जरिये शेयरों की बिक्री से 2 अरब डॉलर यानी करीब 16,790 करोड़ रुपये जुटाने की योजना से अलग है। पिछले कुछ सप्ताह के दौरान समूह के शीर्ष अधिकारियों ने रोडशो के दौरान कई विदेशी निवेशकों से मुलाकात की है। एक सूत्र ने बताया कि उन्हें शेयर बिक्री के लिए निवेशकों से अच्छी प्रतिकिया भी मिली है।