छंटनी को लेकर सुर्खियां बटोरने के बाद भारतीय स्टार्टअप कंपनियों में सुधार हो रहा है। उम्मीद है कि इस साल इस क्षेत्र में पिछले साल के मुकाबले 10 प्रतिशत से ज्यादा प्रतिभाओं को लिया जाएगा। मानव संसाधन प्लेटफॉर्म से यह जानकारी मिली।
स्टार्टअप कंपनियों के बीच छंटनी में भी पिछले साल के मुकाबले कमी आई है। कंपनियों ने साल के पहले पांच महीनों (जनवरी से जून) में कुल 3,600 कर्मचारियों की छंटनी की है जो पिछले साल इसी अवधि में की गई 9,596 छंटनियों की तुलना में 62 प्रतिशत कम है। छंटनी पर नजर रखने वाले प्लेटफॉर्म लेऑफ्स डॉट एफवाईआई के अनुसार पूरे 2023 में 16,398 छंटनियां हुईं।
प्रतिभा समाधान क्षेत्र की कंपनी एनएलबी सर्विसेज के मुख्य कार्य अधिकारी सचिन अलुग ने कहा कि स्टार्टअप जगत में सुधार की वजह से नई स्टार्टअप कंपनियों में लगभग 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जिसके परिणामस्वरूप नई नौकरियों की संख्या में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा ‘पिछली तिमाहियों में स्टार्टअप की भर्तियों में औसतन नौ से 10 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले महीनों में नियोक्ताओं की ओर से भर्ती का बेहतर परिदृश्य देखने को मिलेगा, खास तौर पर आगामी त्योहारी सीजन के कारण।’
नौकरियों में कटौती में कमी से संकेत मिलता है कि देश का स्टार्टअप क्षेत्र वित्तीय रकम जुटाने के कथित नरम दौर से उबरने की राह पर है। इस तरह साल 2022 से लगातार चार छमाही की अवधि में फंडिंग में गिरावट के बाद साल 2024 की पहली छमाही में स्टार्टअप क्षेत्र की फंडिंग में साल 2023 की दूसरी छमाही की तुलना में बढ़त का रुख दिखा है।