देश की दो दिग्गज टेलीकॉम कंपनियां रिलायंस जियो (Reliance Jio) और एयरटेल (Airtel) अपने करोड़ो 5G यूजर्स को बड़ा झटका देने की तैयारी में है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एयरटेल और जियो, 2024 की दूसरी छमाही में अपने अनलिमिटेड 5G डेटा ऑफर करने वाले प्लान वापस ले सकते हैं। इस रिपोर्ट में विश्लेषकों का हवाला देते हुए कहा गया है कि रेवेन्यू बढ़ाने के लिए कंपनियां 5G सर्विस के लिए 4G के मुकाबले 5-10 फीसदी तक ज्यादा चार्ज कर सकती है।
एयरटेल और जियो ने अक्टूबर 2022 में देश में 5G सेवाएं लॉन्च कीं और तब से मौजूदा 4G टैरिफ के दाम पर अनलिमिटेड 5G सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि, अनलिमिटेड 5G डेटा का युग जल्द ही समाप्त होता दिख रहा है, क्योंकि दोनों कंपनियां देश भर में 5G सेवाओं को रोल-आउट करने और मॉनिटाइजेशन पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की योजना बना रही हैं।
दोनों कंपनियां भारत में 5G रोल-आउट करने में भी सबसे आगे रही हैं, उनके बीच 12.5 करोड़ से अधिक 5G यूजर्स हैं। इसके अलावा, 2024 के अंत तक देश में 5G यूजर्स की संख्या 20 करोड़ से अधिक होने की उम्मीद है।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में जेफरीज के एक नोट का हवाला देते हुए कहा गया है कि एयरटेल और जियो मौजूदा 4G प्लान की तुलना में अपने 5G प्लान 5-10 फीसदी ज्यादा कीमत पर लॉन्च कर सकते हैं। दोनों कंपनियां मॉनिटाइजेशन, रेवेन्यू और मार्केट शेयर बढ़ाने के लिए 30-40 फीसदी अतिरिक्त डेटा की पेशकश कर सकते हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि RoCE (रोजगार पूंजी पर रिटर्न) में सुधार के लिए 2024 की सितंबर तिमाही में मोबाइल टैरिफ में कम से कम 20 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में इंटरनेशनल टेलीकॉम यूनियन के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा गया है कि टेलीकॉम कंपनियों के पास कीमतें बढ़ाने के लिए अभी भी पर्याप्त गुजाइंश है क्योंकि भारत में टेलीकॉम सर्विस टैरिफ अभी भी दुनिया में सबसे कम 2 डॉलर प्रति माह है। इसके अलावा, दो साल से अधिक समय हो गया है जब Jio, Vi और Airtel ने आखिरी बार नवंबर 2021 में अपने टैरिफ में 19-25 फीसदी की बढ़ोतरी की थी।