देश का तीसरा राष्ट्रीय ऊर्जा एक्सचेंज स्थापित करने के मकसद से सार्वजनिक क्षेत्र की तीन ऊर्जा कंपनियों ने देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के साथ मिलकर एक संयुक्त उपक्रम गठित किया है।
नैशनल पावर एक्सचेंज लिमिटेड (एनपीईएल) नाम से गठित यह उपक्रम राष्ट्रीय स्तर पर एक ऊर्जा एक्सचेंज का संचालन करेगा। इस कंपनी में टाटा समूह नियंत्रित टीसीएस की 50.02 फीसदी की नियंत्रक हिस्सेदारी होगी।
इसके अलावा कंपनी में नैशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनटीपीसी), नैशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन लिमिटेड (एनएचपीसी) और पावर फाइनांस कारपोरेशन (पीएफसी) की 16.67 फीसदी की बराबर-बराबर हिस्सेदारी होगी।
एनटीपीसी के प्रबंध निदेशक आर एस शर्मा के मुताबिक, चारों पार्टनर की योजना है कि इस प्रस्तावित परियोजना में शुरू में 50 से 100 करोड़ रुपये का निवेश किया जाए। कंपनी की स्थापना के लिए जरूरी संयुक्त उपक्रम अनुबंध पर इन चारों कंपनियों ने सितंबर में ही हस्ताक्षर कर दिए थे।
इससे पहले 2008 के शुरू में ही चारों पाटर्नरों ने केंद्रीय बिजली नियामक आयोग (सीईआरसी) के समक्ष संयुक्त कंपनी गठित करने का आवेदन जमा कर दिया था।
इस तरह यह एक्सचेंज देश में पहले से काम कर रहे दो ऊर्जा एक्सचेंजों इंडियन इनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) और पावर एक्सचेंज ऑफ इंडिया (पीएक्सआई) के सामने चुनौती पेश करेगा।
गौरतलब है कि आईईएक्स को फाइनेंशियल टेक्लॉजिज इंडिया लिमिटेड (एफटीआईएल) और पीटीसी इंडिया प्रवर्तित करती है। इस एक्सचेंज ने इस साल जून से काम करना शुरू किया था।
जबकि पीएक्सआई नैशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) और नैशनल कमोडिटीज एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) द्वारा प्रवर्तित उपक्रम है। इसने भी इसी साल अक्टूबर से काम करना शुरू किया है।