अगर पूरे साल के अनुमान के हिसाब से मौजूदा रुख पर नजर डालें तो कैलेंडर वर्ष 2020 भारत में सोने की मांग साल 1995 के बाद सबसे खराब रह सकती है। वल्र्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, कैलेंडर वर्ष 2020 में अब तक भारत में सोने की मांग 252 टन रही है, जो पिछले साल की समान अवधि में 496 टन रही थी। यहां तक कि वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही की 194 टन की मांग को कैलेंडर वर्ष 2020 की अब तक की मांग में जोड़ दें तो कैलेंडर वर्ष 2020 की कुल मांग कैलेंडर वर्ष 2019 की कुल 696 टन की मांग से कम रहेगी। डब्ल्यूजीसी के प्रबंध निदेशक (भारत) सोमसुंदरम पीआर ने कहा, कैलेंडर वर्ष 2019 सोने की मांग को लेकर सुस्त रहा था। अगली तिमाही में कई घटनाक्रम होने हैं।
