facebookmetapixel
Q2 Results on Nov 8: 113 कंपनियां आज जारी करेंगी दूसरे तिमाही के नतीजे, बजाज स्टील और BMW रहेंगे चर्चा मेंमोटापा या डायबिटीज? अब सेहत के कारण अमेरिका का वीजा हो सकता है रिजेक्टDelhi Pollution: प्रदूषण पर लगाम के लिए दिल्ली सरकार का कदम, कर्मचारियों के लिए बदले गए ऑफिस टाइमवंदे मातरम् के महत्त्वपूर्ण छंद 1937 में हटाए गए, उसी ने बोए थे विभाजन के बीज: प्रधानमंत्री मोदीअमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप बोले— ‘मोदी मेरे दोस्त हैं’, अगले साल भारत आने की संभावना भी जताईऑफिस मांग में टॉप-10 माइक्रो मार्केट का दबदबाBihar Elections: बिहार में मुरझा रही छात्र राजनीति की पौध, कॉलेजों से नहीं निकल रहे नए नेतासंपत्ति पंजीकरण में सुधार के लिए ब्लॉकचेन तकनीक अपनाए सरकार: सुप्रीम कोर्टदिल्ली हवाई अड्डे पर सिस्टम फेल, 300 उड़ानों में देरी; यात्रियों की बढ़ी परेशानी‘पायलट पर दोष नहीं लगाया जा सकता’ — सुप्रीम कोर्ट ने कहा, एयर इंडिया हादसे में निष्पक्ष जांच जरूरी

Kharif Sowing 2024: खरीफ फसलों की बोआई बढ़ी, धान के रकबा में हल्की गिरावट

अरहर, मूंग, सोयाबीन, मूंगफली, मक्का जैसी प्रमुख खरीफ फसलों की बोआई में इजाफा। बाजरा, उड़द, तिल, कपास का रकबा घटा।

Last Updated- July 26, 2024 | 7:01 PM IST
Rice production will be a record 150 million tons, USDA raised estimates

Kharif Sowing 2024: खरीफ फसलों की बोआई में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। चालू सीजन में अब तक खरीफ फसलों की बोआई 800 लाख हेक्टेयर को पार कर गई है। दलहन, तिलहन, मोटे अनाज की बोआई में इजाफा हुआ है। हालांकि इस सीजन की सबसे बड़ी फसल धान की बोआई में हल्की गिरावट देखी जा रही है। अब तक 215.97 लाख हेक्टेयर में धान बोया जा चुका है, जो पिछले सीजन की समान अवधि में 216.39 लाख हेक्टेयर में बोये गए धान से थोड़ा कम है। इस साल कपास की बोआई 6.87 फीसदी घटकर 105.73 लाख हेक्टेयर रह गई।

2024 में कितनी हुई खरीफ फसलों की बोआई?

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के आंकड़ों के अनुसार 26 जुलाई तक 811.87 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बोआई हो चुकी है। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 793.63 लाख हेक्टेयर था। इस तरह चालू खरीफ सीजन में अब तक खरीफ फसलों का रकबा 2.29 फीसदी बढ़ा है।

कितना रहा दलहन फसलों का रकबा?

चालू खरीफ सीजन में 26 जुलाई तक दलहनी फसलों का रकबा 102.03 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया, जो पिछली समान अवधि के रकबा 89.41 लाख हेक्टेयर से अधिक है। अरहर की बोआई पिछले साल के 28.73 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 38.53 लाख हेक्टेयर और मूंग की 27.01 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 30.37 लाख हेक्टेयर हो गई, जबकि उड़द की बोआई पिछले साल के 23.86 लाख हेक्टेयर से घटकर 23.12 लाख हेक्टेयर रह गई।

Also read: Budget 2024: आभूषण दुकानों पर उमड़ रहे खरीदार, शुल्क में कटौती से घटी कीमत

तिलहन फसलों की बोआई में कितना हुआ इजाफा?

देश में अब तक 171.67 लाख हेक्टेयर में तिलहन फसलें बोई जा चुकी हैं, जो पिछले साल इसी अवधि में 165.37 लाख हेक्टेयर में बोई गईं तिलहन फसलों से 3.80 फीसदी ज्यादा है। इस दौरान इस सीजन की सबसे बड़ी तिलहन फसल सोयाबीन का रकबा 121.73 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया, पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 116.99 लाख हेक्टेयर था। इस सीजन में मूंगफली का रकबा पिछले साल के 36.08 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 41.03 लाख हेक्टेयर हो गया। तिल का रकबा पिछले साल के 8.94 लाख हेक्टेयर से घटकर 7.32 लाख हेक्टेयर रह गया।

मोटे अनाजों की कितनी हुई बोआई?

सरकारी आंकड़ों के अनुसार 26 जुलाई तक मोटे अनाजों की 153.10 लाख हेक्टेयर में बोआई हो चुकी है, जो पिछले साल की समान अवधि में 145.76 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से 5 फीसदी ज्यादा है। मोटे अनाजों में मक्का का रकबा 13.61 फीसदी बढ़कर 78.80 लाख हेक्टेयर हो गया। हालांकि इस साल मोटे अनाजों में मक्का के बाद दूसरी बड़ी फसल बाजरा की बोआई 6.83 फीसदी घटकर 56.46 लाख हेक्टेयर रह गई।

First Published - July 26, 2024 | 7:01 PM IST

संबंधित पोस्ट