देश ने नवंबर से शुरू हुए एथनॉल के आपूर्ति वर्ष 2023-24 के पहले चार महीनों में इसके मिश्रण के 11.60 प्रतिशत के लक्ष्य को अखिल भारतीय स्तर पर हासिल कर लिया है। यह जानकारी निजी कंपनियों के आंकड़ों से मिली है।
नवंबर से फरवरी के दौरान गन्ने और अनाज से प्राप्त 1.8 अरब लीटर शीरे की आपूर्ति हुई थी। इसकी बदौलत पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण के लक्ष्य को हासिल किया गया। सरकार का लक्ष्य 2023-24 में पेट्रोल में 15 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का है। इससे आपूर्ति वर्ष 2025 में पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।
आंकड़ों के मुताबिक चीनी मिलों और डिस्टेलरीज से नवंबर से फरवरी के दौरान करीब 57 प्रतिशत अनुबंधित एथनॉल की आपूर्ति हुई है। अनुबंध के तहत मुहैया कराई गई मात्रा में गन्ने बने शीरे की हिस्सेदारी करीब 74.5 प्रतिशत रही और यह अधिक रही है। हालांकि अनाज आधारित डिस्टेलरीज से करीब 42 प्रतिशत आपूर्ति हुई।
चीनी मिलों और अनाज आधारित डिस्टेलरीज ने संयुक्त रूप से एथनॉल आपूर्ति वर्ष 2023-24 में 5.4 अरब लीटर एथनॉल आपूर्ति की रुचि दिखाई है। इसमें से अनुबंध के तहत 2.98 अरब लीटर एथनॉल की आपूर्ति होगी और इस क्रम में अभी तक 1.8 अरब लीटर की आपूर्ति हो चुकी है।