facebookmetapixel
Stock Split: 1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! इस स्मॉलकैप कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट जल्दसीतारमण ने सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों को लिखा पत्र, कहा: GST 2.0 से ग्राहकों और व्यापारियों को मिलेगा बड़ा फायदाAdani Group की यह कंपनी करने जा रही है स्टॉक स्प्लिट, अब पांच हिस्सों में बंट जाएगा शेयर; चेक करें डिटेलCorporate Actions Next Week: मार्केट में निवेशकों के लिए बोनस, डिविडेंड और स्प्लिट से मुनाफे का सुनहरा मौकाEV और बैटरी सेक्टर में बड़ा दांव, Hinduja ग्रुप लगाएगा ₹7,500 करोड़; मिलेगी 1,000 नौकरियांGST 2.0 लागू होने से पहले Mahindra, Renault व TATA ने गाड़ियों के दाम घटाए, जानें SUV और कारें कितनी सस्ती हुईसिर्फ CIBIL स्कोर नहीं, इन वजहों से भी रिजेक्ट हो सकता है आपका लोनBonus Share: अगले हफ्ते मार्केट में बोनस शेयरों की बारिश, कई बड़ी कंपनियां निवेशकों को बांटेंगी शेयरटैक्सपेयर्स ध्यान दें! ITR फाइल करने की आखिरी तारीख नजदीक, इन बातों का रखें ध्यानDividend Stocks: सितंबर के दूसरे हफ्ते में बरसने वाला है मुनाफा, 100 से अधिक कंपनियां बांटेंगी डिविडेंड

बारिश से गेहूं की कीमतों में गिरावट थमी

Last Updated- March 26, 2023 | 11:19 PM IST
wheat

आटा मिल एसोसिएशनों ने कुछ सप्ताह पहले एक प्रेस कार्यक्रम में आटे की कीमत कम होने के साथ उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में इसके असर की उम्मीद जताते हुए कहा था कि इससे उच्च कीमतों से जूझ रही सरकार को राहत मिल सकती है। बहरहाल गेहूं का उत्पादन करने वाले प्रमुख राज्यों में हाल में हुई बारिश ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।

आंकड़ों से पता चलता है कि 11 मार्च से 23 मार्च के बीच बेमौसम बारिश ने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचाया है, जिससे बेहतर गुणवत्ता वाले गेहूं की कीमत करीब 50 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गई है। वहीं खराब गुणवत्ता के गेहूं की कीमत न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे है।

क्रिसिल रेटिंग ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट में कहा है, ‘मध्य प्रदेश और गुजरात में ओले की वजह से गेहूं का उत्पादन 3-4 प्रतिशत घट सकता है। गेहूं, धान, जीरा, प्याज, टमाटर और आम की फसल को हुए नुकसान का असर इसकी कीमत पर पड़ेगा।’

व्यापारिक आंकड़ों से पता चलता है कि इंदौर मंडी में 11 मार्च को गेहूं की कीमत 1,800 से 2,400 रुपये प्रति क्विंटल थी, जो 23 मार्च को बढ़कर 1,850 से 2,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। इसी तरह से राजस्थान की कोटा मंडी में गेहूं का कारोबार 11 मार्च को 2,050 से 2,500 रुपये प्रति क्विंटल पर हो रहाथा, जो 23 मार्च को 1,950 से 3,000 रुपये क्विंटल पर पहुंच गया।

बहरहाल महंगाई दर के आंकड़ों से पता चलता है कि फरवरी 2023 (जिसका हाल का आंकड़ा उपलब्ध है) में जहां गेहूं की महंगाई दर थोक मूल्य सूचकांक में जनवरी के 23.63 प्रतिशत से गिरकर 18.54 प्रतिशत रह गई है। वहीं उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर (जिसमें आटा शामिल होता है) इस अवधि के दौरान जनवरी के 25.05 प्रतिशत से बढ़कर फरवरी में 25.37 प्रतिशत हो गई।

इससे पता चलता है कि भले ही थोक बाजार में गेहूं की कीमत कम हुई है, ग्राहकों के स्तर पर कीमत में गिरावट अभी नहीं हुई है।

भारी बारिश और ओले पड़ने की वजह से गेहूं की गुणवत्ता खराब हुई है, जिसकी बाजार में कम कीमत मिल रही है। केंद्र सरकार ने करीब 50 लाख टन गेहूं बेचने का फैसला किया है, इसका भी असर गेहूं की कीमत पर पड़ा है।

अब तक मिलर्स और ट्रेडर्स ने 50 लाख टन में से करीब 38 लाख टन गेहूं खरीदा है।

First Published - March 26, 2023 | 11:19 PM IST

संबंधित पोस्ट