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Edible oil import: पाम तेल आयात 10 माह के निचले स्तर पर, सूरजमुखी तेल के आयात में 50 फीसदी इजाफा

चालू तेल वर्ष की नवंबर-मार्च अवधि में खाद्य तेलों के आयात में 17 फीसदी की गिरावट आई है।

Last Updated- April 11, 2024 | 8:00 PM IST
Vegetable Oil Import
Representative Image

Edible oil import: चालू तेल वर्ष (नवंबर से अक्टूबर) में खाद्य तेलों के आयात में कमी देखी जा रही है। पाम तेल का आयात तो 10 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है। इसकी वजह इस तेल की तुलना में सूरजमुखी तेल सस्ता होना है। इसलिए आयातक पाम तेल की जगह सूरजमुखी तेल के आयात को प्रमुखता दे रहे हैं। मार्च महीने में फरवरी की तुलना में सूरजमुखी तेल के आयात में 50 फीसदी इजाफा हुआ, जबकि पाम तेल के आयात में 2.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। मार्च महीने में पाम तेल और सूरजमुखी तेल के आयात के आंकड़ों में अब बड़ा अंतर नहीं रह गया है। देश में सूरजमुखी और सोया तेल का आयात कच्चे रूप (Crude format) में होता है।

तेल वर्ष 2023-24 में अब तक कितना हुआ खाद्य तेलों (Edible oil) का आयात?

एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) के मुताबिक तेल वर्ष 2023-24 (नवंबर से मार्च अवधि) में 57.65 लाख टन खाद्य तेलों का आयात हुआ, जो पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में हुए 69.80 लाख टन से 17.40 फीसदी कम है। इस दौरान अखाद्य तेलों का आयात भी 18.70 फीसदी घटकर 64,883 टन रह गया। हालांकि कच्चे सूरजमुखी और सोया तेल के आयात में भारी इजाफा होने से मार्च महीने में फरवरी से खाद्य तेल आयात 18.82 फीसदी बढ़कर 11.49 लाख टन हो गया।

यह भी पढ़ें: Wheat Production: गेहूं का उत्पादन 3% बढ़ने का अनुमान

पाम तेल के आयात में क्यों आई गिरावट, सूरजमुखी तेल आयात बढ़ने की क्या रही वजह?

दाम ज्यादा होने के कारण पाम तेल के आयात में गिरावट देखी जा रही है। इसकी तुलना में सूरजमुखी तेल सस्ता है। इसलिए पाम तेल की जगह सूरजमुखी तेल का आयात तेजी से बढ़ रहा है। पिछले कुछ सप्ताह से इंडोनेशिया और मलेशिया में कम स्टॉक और कमजोर उत्पादन से कच्चे पाम तेल के दाम बढ़े हैं। इस समय कच्चे पाम तेल के दाम 1,045 डॉलर प्रति टन हैं, जबकि कच्चे सूरजमुखी तेल के दाम 975 डॉलर प्रति टन हैं। कच्चे सोया तेल के दाम 1,025 डॉलर प्रति टन हैं।

जाहिर है पाम तेल सूरजमुखी तेल से 70 डॉलर प्रति टन महंगा है। इसलिए पाम तेल की मांग कमजोर पड़ी है और सूरजमुखी तेल की मजबूत हुई है। एसईए से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक,  मार्च महीने में करीब 4.85 लाख टन पाम तेल का आयात हुआ, जो फरवरी में आयात हुए 4.97 लाख टन से 2.5 फीसदी कम है। चालू तेल वर्ष में मार्च में कुल पाम तेल का आयात 19.77 फीसदी घटकर 35.20 लाख टन रह गया। इस बीच, सूरजमुखी तेल का आयात बढ़ा है।

एसईए के अनुसार मार्च में करीब 4.46 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात हुआ, जो किसी एक महीने में सबसे अधिक है। मार्च में फरवरी से 50 फीसदी अधिक आयात हुआ। फरवरी में 2.97 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात हुआ था। चालू तेल वर्ष में मार्च तक कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात 21 फीसदी बढ़कर 13.52 लाख टन हो गया। मार्च महीने में कच्चे सोया तेल का आयात 26.40 फीसदी बढ़कर 2.18 लाख टन हो गया।

First Published - April 11, 2024 | 5:12 PM IST

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