facebookmetapixel
35% गिर सकता है ये सरकारी Railway Stock! ब्रोकरेज का दावा, वैल्यूएशन है महंगाक्या सोने की बढ़ती कीमतें आने वाली महंगाई का संकेत दे रही हैं? एक्सपर्ट ने दिया बड़ा संकेतPhysicsWallah या Emmvee या Tenneco! किस IPO में पैसा लगाने रहेगा फायदेमंद, जान लेंPhysicsWallah IPO: सब्सक्राइब करने का आखिरी मौका, जानें GMP और ब्रोकरेज का नजरियाGold and Silver Price Today: सोना ₹1.26 लाख के पार, चांदी ₹1.64 लाख के करीब; दोनों मेटल में जोरदार तेजीएमएसएमई का सरकार से एनपीए नियमों में बड़े संशोधन का आग्रह, 90 से 180 दिन की राहत अवधि की मांगएनएफआरए में कार्य विभाजन पर विचार, सरकार तैयार कर रही नई रूपरेखाकोयले से गैस भी बनाएगी NTPCलालकिले के धमाके का असर! विदेशियों की बुकिंग पर दबाव, लेकिन उद्योग बोले– असर होगा सिर्फ कुछ दिनों काअल्ट्राटेक से अदाणी तक: रद्द खदानों पर कंपनियों को राहत, सरकार ने शुरू की अंतिम मुआवजा प्रक्रिया

Chana Price: नई आवक के दबाव में सस्ता हुआ चना, आने वाले समय में कीमतों पर कारोबारियों ने दी राय

दिल्ली में चना के थोक भाव इस समय 5,950 से 6,000 रुपये, इंदौर मंडी में भाव 5,700 से 5,750 रुपये, अकोला मंडी में 5,700 से 5,725 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।

Last Updated- March 11, 2024 | 5:22 PM IST
Chana import duty

नई आवक बढ़ने का असर चना के भाव पर दिख रहा है। आवक के दबाव में सप्ताह भर में चना की कीमतों में कमी आई है। कारोबारियों के मुताबिक आगे भी इसकी कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है। हालांकि उत्पादन घटने और पिछला स्टॉक कम होने से लंबी अवधि में इसके भाव तेज रह सकते हैं।

चना के भाव में कितनी आई गिरावट?

इस महीने चना के भाव में गिरावट देखी जा रही है। बीते एक सप्ताह के दौरान चना के थोक भाव 200 से 250 रुपये प्रति क्विंटल गिर चुके हैं। दिल्ली में चना के थोक भाव इस समय 5,950 से 6,000 रुपये, इंदौर मंडी में भाव 5,700 से 5,750 रुपये, अकोला मंडी में 5,700 से 5,725 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। इस तरह बीते एक सप्ताह में चना 5 फीसदी तक सस्ता हुआ है।

चने की कीमतों में क्यों आई गिरावट?

आईग्रेन इंडिया में कमोडिटी विश्लेषक राहुल चौहान ने बताया कि उत्पादक मंडियों में चना की आवक बढ़ रही है। इसके साथ नई आवक दाम गिरने के डर और ऊंचे भाव पर कारोबारी बिकवाली कर रहे हैं। इसलिए इस माह चने की कीमतों में गिरावट आई है।

भारतीय दाल व अनाज संघ (IPGA) के अनुसार आवक ज्यादा होने के साथ सस्ती पीली मटर की उपलब्धता बढ़ने से भी चने की कीमतों पर दबाव बढ़ा है। जिंसों की आवक व मूल्य के आंकड़े रखने वाली एजेंसी एगमार्कनेट के मुताबिक एक सप्ताह (4 से 11 मार्च) के दौरान करीब एक लाख टन चना की आवक हुई है, जो पिछले साल की समान अवधि में हुई करीब 95,500 टन आवक से 8 फीसदी ज्यादा है।

आगे कैसी रहने वाली चने का चाल?

चौहान बताते हैं कि आगे नई आवक और बढ़ने से चना के भाव में गिरावट जारी रह सकते हैं। लेकिन इसके फंडामेंटल मजबूत है क्योंकि बोआई कम होने से चना का उत्पादन घट सकता है। ऐसे में लंबी अवधि में चना के भाव मजबूत हो सकते हैं।

IPGA के अनुसार भी लंबी अवधि में चना के भाव तेज हो सकते हैं क्योंकि कमजोर पैदावार के साथ ही पिछले साल का कैरीओवर स्टॉक भी सीमित है। ऐसे में खरीदार भाव नीचे आने पर खरीद बढ़ा सकते हैं।

First Published - March 11, 2024 | 5:22 PM IST

संबंधित पोस्ट