मंदी की वजह से बिक्री में आई गिरावट से परेशान कार निर्माता अब नए मॉडलों पर दांव लगा रहे हैं।
कार निर्माताओं को उम्मीद है कि जनवरी तक बाजार में तरलता की समस्या दूर हो जाएगी और लोग नए मॉडलों की ओर आकर्षित होंगे। दिग्ग्गज कार निर्माता-मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हुंडई औैर फिएट नए-नए मॉडलों के लॉन्च करने की योजना बना रही हैं, ताकि चालू वित्त वर्ष तक उनकी बिक्री का आंकड़ा पटरी पर आ सके।
निर्माता अगले दो माह में चार नए मॉडल लॉन्च करने की तैयारी में हैं। दरअसल, कार निर्माताओं को उम्मीद है कि जनवरी तक वित्तीय हालात में सुधार आएंगे और कारों की मांग बढ़ेगी।
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने इसी माह अपने ए-स्टार मॉडल को लॉन्च किया है।
देश के कुल बाजार में मारुति की हिस्सेदारी करीब 45 फीसदी है, लेकिन उसे भी मंदी का सामना करना पड़ रहा है। अप्रैल-अक्टूबर तिमाही में मारुति की बिक्री में करीब 3 फीसदी की गिरावट आई है। एसएसकेआई सिक्युरिटीज के ऑटो विशेषज्ञ एस. रामनाथ ने कहा कि दिसंबर माह में कारों की बिक्री में कुछ इजाफा होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि मारुति के जेन स्टीलो को हुंडई के आई10 मॉडल से भी कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि नए मॉडल लॉन्च करने से मारुति की बिक्री में प्रतिमाह 4,000 से 5,000 कारों का इजाफा हो सकता है।
देश की प्रमुख स्पोट्स यूटिलिटी वाहन निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा दिसंबर के अंत तक जाइलो लॉन्च करने की योजना बना रही है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के ऑपरेशन प्रमुख राजेश जेजुरिकर ने बताया कि नए मॉडल के लॉन्च की अवधि को टालने में कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है।
उन्होंने बताय कि नाए मॉडल के आने से कंपनी के कारों की बिक्री में इजाफा होने की उम्मीद है। हुंडई और फिएट की बिक्री तो साल अच्छी रही है। इसी से उत्साहित हो हुंडई दिसंबर-जनवरी में आई 20 मॉडल, जबकि फिएट लीनिया सेडान लॉन्च करने की तैयारी में है।
वाहन लोन देने वाले प्रमुख बैंक-एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, कोटक और एक्सिस बैंक की ओर ब्याज दर में कटौती नहीं करने से बिक्री पर असर पड़ा है। दरअसल, लोन महंगा होने की वजह से कई ग्राहकों ने बुकिंग को रद्द करा है, वहीं कुछ ने कार खरीदने का इरादा टाल दिया है।