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लेखक : सुरिंदर सूद

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, लेख

कृषि क्षेत्र में महिलाओं के साथ भेदभाव

भारतीय कृषि क्षेत्र की महिला श्रमिकों पर निर्भरता बढ़ती ही जा रही है। यह बात कई शोध एवं अध्ययन से सिद्ध भी हो गई है। इन शोध एवं अध्ययनों में जो तथ्य आए हैं उनकी पुष्टि कृषि जनगणना एवं विभिन्न सर्वेक्षणों में भी हो चुकी है। देश में आर्थिक रूप से सक्रिय कुल महिलाओं में […]

आज का अखबार, लेख

G-20 में मोटे अनाज को बढ़ावा देने का बेहतरीन अवसर

दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के समूह G-20 के शीर्ष कृषि शोध संस्थाओं के प्रमुखों के लिए प्राथमिकताएं तय हो गई हैं। वाराणसी में इनकी तीन दिवसीय बैठक आयोजित हुई थी। उन्हें कृषि क्षेत्र के समक्ष चुनौतियों से निपटने के लिए विज्ञान आधारित रणनीति तैयार करनी है। कृषि क्षेत्र के समक्ष ये चुनौतियां समय […]

आज का अखबार, लेख

चारे की समस्या का समाधान तो श्वेत क्रांति में नहीं आएगा व्यवधान

पिछले एक वर्ष के दौरान दूध के दाम कई बार बढ़ाए गए हैं। इससे पहले दूध के दाम यदा-कदा ही इतने बढ़े थे। मदर डेयरी, अमूल एवं अन्य सहकारी और निजी क्षेत्र की दुग्ध उत्पादक इकाइयां 2022 की शुरुआत से विभिन्न चरणों में दूध के खुदरा दाम में 10 रुपये प्रति लीटर से अधिक का […]

आज का अखबार, लेख

भोजन की बरबादी तत्काल रोकने की जरूरत

भारत में सभी भोज्य पदार्थों का एक तिहाई हिस्सा उपभोग से पहले खराब हो जाता है। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की फूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट, 2021 में कहा गया था कि भारतीय परिवारों में प्रति वर्ष प्रति व्यक्ति करीब […]

आज का अखबार, लेख

दुनिया भर में मोटे अनाज की वापसी

पहले के समय में आम तौर पर मोटा अनाज खाया जाता था। यह अनाज पौष्टिक अनाज या स्मार्ट फूड्स के रूप में अपना रुतबा फिर से स्थापित कर रहा है। मोटा अनाज चिकित्सकीय और पौष्टिक गुणों के मामले में चावल, गेहूं और मक्के से बेहतर है। छोटे बीजों वाले इन अनाजों में मूल्यवान पौष्टिक तत्त्व […]

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