
मूल्य श्रृंखलाओं और निर्यात की तलाश
अमिता बत्रा ने पिछले दिनों इस समाचार पत्र में प्रकाशित अपने आलेख में एक विचारोत्तेजक प्रश्न रखा था कि भारत आखिर किसके साथ व्यापार करेगा? उनकी दलील यह थी कि वैश्विक वस्तु व्यापार तीन बड़े क्षेत्रीय कारोबारी ब्लॉक-उत्तरी अमेरिका, यूरोपीय संघ और आसियान-पूर्वी एशिया- में केंद्रित होता जा रहा है। इनमें से पहले दो में […]

इकोनॉमिक ग्रोथ, बजट और मैक्रो संतुलन
बजट में राजस्व और व्यय के व्यावहारिक अनुमान सराहना योग्य हैं मगर व्यापार और राजकोषीय लक्ष्यों से संबंधित प्रयास पर्याप्त नहीं लग रहे हैं। बजट की विवेचना कर रहे हैं शंकर आचार्य एक फरवरी को देश के एक अग्रणी आर्थिक समाचार पत्र ने प्रथम पृष्ठ पर संसद में पेश ‘आर्थिक समीक्षा’ से जुड़ी एक खबर […]

अस्थिरता एवं अनिश्चितता से और बेहाल अगला साल
जब वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी के मुहाने पर हो तब भारत के लिए मुश्किलें बढ़ना भी तय है। मौजूदा हालात में आर्थिक मोर्चे पर 2023 के 2022 से भी खराब रहने की आशंका जता रहे हैं शंकर आचार्य वैश्विक अर्थव्यवस्था एवं राजव्यवस्था के लिए 2022 एक बुरा साल साबित हुआ। साल की शुरुआत कोविड महामारी से […]