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ऋण घटाने की दिशा में अस्पष्ट नीति आर्थिक प्रगति पर पड़ सकती है भारीमहिलाओं को नकदी हस्तांतरण, बढ़ते खर्च राज्यों के लिए बड़ी चुनौतीभारत के प्रति निवेशकों का ठंडा रुख हो सकता है विपरीत सकारात्मक संकेतभारतीय मूल के जोहरान ममदानी होंगे न्यूयॉर्क के मेयरश्रद्धांजलि: गोपीचंद हिंदुजा का जज्बा और विरासत हमेशा रहेंगे यादहरियाणा में हुई थी 25 लाख वोटों की चोरी : राहुल गांधीBihar Elections 2025: भाकपा माले की साख दांव पर, पिछला प्रदर्शन दोहराने की चुनौतीक्वांटम कंप्यूटिंग में प्रगति की साक्षी बनेगी अमरावती, निवेशकों की रुचि बढ़ीरेवेन्यू का एक बड़ा अहम कारक है AI, Q2 में मुनाफा 21 करोड़ रुपये : विजय शेखर शर्मामौसम का कितना सटीक अनुमान लगा पाएगी AI? मॉडल तैयार करने की कोशिश, लेकिन पूर्ण भरोसा अभी दूर

लेखक : नीलकंठ मिश्र

आज का अखबार, लेख

नीतियों में उलटफेर को तरजीह

वर्ष 2008-09 में वैश्विक आर्थिक संकट के बाद प्रभाव में आईं नीतियों के उलट अब वैश्विक स्तर पर नई नीतियों को वरीयता दी जा रही है। बता रहे हैं नीलकंठ मिश्र खुदरा महंगाई दर नरम पड़ने के बाद भी अमेरिका, यूरोपीय संघ (यूई) और ब्रिटेन में बॉन्ड प्रतिफल 15 वर्षों के उच्चतम स्तर पर हैं। […]

आज का अखबार, लेख

आवास निर्माण में मंदी और वृद्धि को
जो​खिम

आवास बाजार मौद्रिक नीति के प्रसार का एक महत्त्वपूर्ण और अहम माध्यम है। ऊंची ब्याज दरों के कारण आवास मांग में कमी से समग्र आ​र्थिक गतिवि​धियों में गिरावट आती है। विकसित बाजारों में यह बात खासतौर पर सही है जहां अचल संप​त्ति कारोबार संगठित है। आवास न केवल आ​र्थिक मांग का एक अहम जरिया है […]

आज का अखबार, लेख

वै​श्विक वित्तीय तंत्र और अनदेखी समस्याएं

बीते कुछ महीनों में ब्याज दर से जुड़ी अपेक्षाओं में तेजी से इजाफा हुआ और इसके साथ ही ‘दुर्घटनाओं’ मसलन फर्मों की नाकामी को लेकर चिंताएं बढ़ गईं। ऐसा इसलिए कि यह बात वित्तीय बाजारों को प्रभावित कर सकती है। आ​र्थिक ताकतें अक्सर स्वत: समायोजन कर लेती हैं। ब्याज दरों में इजाफे के साथ मुद्रास्फीति […]

आज का अखबार, लेख

क्या होंगे ग्लोबल ग्रोथ के अहम फैक्टर ?

उम्रदराज होती आबादी के कारण ए​शिया के समृद्ध देशों में पूंजी निर्माण कम हो सकता है। ऐसे में ग्लोबल ग्रोथ पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इस विषय में बता रहे हैं नीलकंठ मिश्र बीते तीन महीनों के दौरान हमने इस स्तंभ में ए​शियाई देशों के नागरिकों की बढ़ती उम्र के प्रभावों में से […]

आज का अखबार, लेख

जारी रहेगी बचत एशियाई देशों की बदौलत

बीते दो महीनों के दौरान इस स्तंभ में हमने एशिया की आबादी की बढ़ती आयु के दो अहम प्रभावों पर चर्चा की है: एक तो यह कि 10 बड़ी एशियाई अर्थव्यवस्थाओं (चीन, भारत, इंडोनेशिया, जापान, फिलिपींस, वियतनाम, थाईलैंड, कोरिया, मलेशिया और ताइवान) में जनांकीय बदलाव आर्थिक बदलाव की तुलना में अधिक तेजी से हो रहा […]

आज का अखबार, लेख

कामगारों की उपलब्धता से अधिक अहम होगी गुणवत्ता

हम श्रमिकों की आपूर्ति और बचत को लेकर एशिया की वृद्ध होती आबादी के प्रभाव का आकलन करने की परियोजना पर काम कर रहे हैं। इस परियोजना के पहले निष्कर्ष की चर्चा हमने पिछले महीने की थी। इसका सार यही था कि एशिया की दस बड़ी अर्थव्यवस्थाओं (ए-10: चीन, भारत, इंडोनेशिया, जापान, फिलिपींस, वियतनाम, थाईलैंड, […]