आर्थिक मुश्किलों से जूझ रहे हैं भारत के पड़ोसी देश
विकास की प्रक्रिया में श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान की कमजोरी सामने आ चुकी है। इस विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान कर रही हैं अमिता बत्रा यदि हम पीछे मुड़कर देखें तो इस वर्ष भारत ‘वैश्विक गरीब देशों की आवाज’ बनकर उभरा है। यह बात जी20 शिखर बैठक के आर्थिक एजेंडे पर वापस आने में […]
मुक्त व्यापार समझौते: सीखने होंगे सबक
भारत को अपने समान देशों का अनुकरण करना चाहिए और अपने मुक्त व्यापार समझौतों के लिए होने वाली बातचीत में लचीला रुख अपनाना चाहिए। बता रही हैं अमिता बत्रा बीते दो महीनों के दौरान ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के साथ भारत की मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) संबंधी बातचीत में जो विवादित तथ्य रहे हैं उनमें […]
बहु उद्देश्यीय कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मैकेनिज्म में मौजूद हैं तमाम कमियां
यूरोपीय संघ (EU) द्वारा लागू किए जाने वाले कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मैकेनिज्म (CBAM) से जुड़े नियमन 16 मई, 2023 को प्रवर्तन में आए। दरअसल CBAM उत्सर्जित कार्बन की कीमत है। यह वह कार्बन है जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उन विभिन्न वस्तुओं के निर्माण के दौरान उत्सर्जित होता है और यूरोपीय संघ में प्रवेश […]
क्षेत्रीय व्यापार सुदृढ़ीकरण का भारत पर असर
वैश्विक व्यापार की क्षेत्रीय रूपरेखा अब स्पष्ट हो रही है जहां वह मजबूत होता नजर आ रहा है। व्यापारिक क्षेत्र में अब चुनिंदा व्यापार नीतियों को आधार मिल रहा है, खासकर उत्तर अटलांटिक और यूरोपीय संघ जैसे बड़े क्षेत्रीय कारोबारी ब्लॉकों या गुटों में। इस रुख की शुरुआत अमेरिका और चीन के बीच 2018 में […]
जीवीसी विविधीकरण में भारत की स्थिति
युद्ध और महामारी के अलावा वैश्विक मूल्य श्रृंखला (जीवीसी) यानी वैश्विक उत्पादन साझेदारी के वित्तीय और परिचालन संबंधित पहलुओं में बदलाव और कठिन परिस्थितियों से उबरने की उनकी क्षमता भी वर्ष 2022 की प्रमुख वैश्विक चिंता बनी रही। चीन से इतर अन्य जगहों पर बहुराष्ट्रीय कंपनियों (एमएनसी) द्वारा विविधता लाने की कोशिशों के तहत फ्रेंडशोरिंग […]




