सरकारी सूत्रों ने यहां कहा कि सेना ने चीनी घुसपैठ के बारे में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के नेतृत्व वाले चीन अध्ययन समूह को जानकारी दी है जिसमें रक्षा, गृह और विदेश मंत्रालयों के सचिव शामिल हैं ।
उन्होंने कहा कि जो जानकारी दी गई है उसमें इस स्थिति में सेना के इस्तेमाल सहित विभिन्न विकल्पों की चर्चा है ।
उन्होंने कहा कि चीन अध्ययन समूह को सुझाए गए सभी विकल्पों पर सावधानी से गौर किया जा रहा है और इस स्थिति में सभी संबंधित पक्षों से भी जानकारी ली गई है ।
चीन अध्ययन समूह प्रधानमंत्री कार्यालय और रक्षा मंत्रालय की सलाह पर पूरे मुद्दे को देख रहा है ।
सेना ने पांच लद्दाख स्काउट्स बटालियन से अपने सैनिकों को डीबीओ इलाके में भेज दिया है और वे वहां डेरा डाले हुए हैं । सेना जरूरत पड़ने पर और सैनिकों को वहां भेजने पर भी विचार कर रही है ।
डीबीओ सेक्टर के बुर्थे में 15 अप्रैल की रात चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी :पीएलए: एक दल दस किलोमीटर अंदर भारतीय क्षेत्र में आ गया था और वहां अपना तंबू गाड़ लिया था ।
बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनियांग ने मीडिया से आज कहा कि चीन के सैनिक द्विपक्षीय समझौते के मुताबिक काम कर रहे हैं और एलएसी के चीनी इलाके में सामान्य तरीके से गश्ती कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा, उन्होंने एक कदम भी पार नहीं किया ।