Rain Alert: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और उसके आसपास के इलाकों में मंगलवार को बादल फटने और रात भर हुई भारी बारिश से भारी नुकसान हुआ है। बारिश के कारण आई बाढ़ में यहां कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई और 7 लोग बह गए। इनका कोई पता नहीं चल पाया है। यही नहीं, 600 से अधिक लोग विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं। हिमाचल प्रदेश में भी रातभर बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। इसी तरह महाराष्ट्र में बीते 24 घंटों के दौरान अत्यधिक वर्षा की वजह से तीन लोगों की जान चली गई।
देहरादून में जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार सहस्त्रधारा, मालदेवता, संतला देवी और डालनवाला आपदा से सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। सहस्त्रधारा में 192 मिमी, मालदेवता में 141.5 मिमी, हाथी बरकला और जॉली ग्रांट में 92.5 मिमी तथा कालसी में 83.5 मिमी बारिश हुई। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय ने बताया कि कई सड़कें, मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं तथा मंगलवार तड़के एक पुल बह गया। देहरादून के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार पानी बरसने से 7 लोग बह गए और 600 से अधिक लोग जहां-तहां फंस गए हैं।
बारिश के बाद ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। सुबह के समय तमसा नदी अचानक उफान पर आ गई, जिससे इसके किनारे स्थित टपकेश्वर मंदिर पूरी तरह डूब गया और प्रवेश द्वार के पास स्थित विशाल हनुमान प्रतिमा कंधों तक डूब गई। गंगा और यमुना भी चेतावनी स्तर के करीब बह रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को हालात से अवगत कराया है।
हिमाचल में कई गाडि़यां बह गईं
हिमाचल प्रदेश में रातभर हुई भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ आ गई और बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ, जिससे एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई और मंडी जिले में एक बस स्टैंड जलमग्न हो गया। अधिकारियों ने बताया कि मंडी जिले में बाढ़ में कई बसें और अन्य वाहन बह गए और एक व्यक्ति के लापता होने की खबर है। जिले के ब्रागटा गांव में भूस्खलन के कारण एक मकान ढह गया, जिसमें दो महिलाओं और एक बच्चे की मौत हो गई। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार कई करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उपमुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री का भी कार्यभार संभाल रहे मुकेश अग्निहोत्री ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘धरमपुर बस स्टैंड, दो दर्जन से अधिक एचआरटीसी बसों, दुकानों, पंप हाउस और कार्यशाला को नुकसान पहुंचा है।’ शिमला में जहां सोमवार शाम से 12 घंटों में 141 मिमी बारिश हुई, हिमलैंड के पास भूस्खलन के कारण कई वाहन मलबे में दब गए और मुख्य सर्कुलर रोड अवरुद्ध हो गया।
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गई। प्रशासन ने 120 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य बचाव दल प्रभावित जिलों में लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लगे हुए हैं। मराठवाड़ा के आठ में से पांच जिलों में सोमवार को भारी बारिश हुई, जिसमें बीड में सबसे अधिक 143.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इसके बाद नांदेड़ में 131.6 मिमी और जालना में 121.4 मिमी बारिश हुई। यह आंकड़े मंगलवार सुबह समाप्त हुए 24 घंटे की अवधि के हैं। यहां नदियां उफान पर हैं और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है।
असम सरकार ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा मौसम प्रणाली के अनुसार अगले दो से तीन दिनों में विभिन्न जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की प्रबल संभावना है। इसी प्रकार बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के कारण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 17 सितंबर से तीन दिनों तक भारी बारिश होने के आसार हैं। पर्यटकों, स्थानीय लोगों और मछुआरों को समुद्र और समुद्र तटों से दूर रहने की सलाह दी गई है। ओडिशा में भारी वर्षा के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं।