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मजबूत तिमाही नतीजों और बढ़ते SIP निवेश ने AMC कंपनियों को शेयर बाजार में पहुंचाया नई ऊंचाई पर

ब्रोकरेज रिपोर्ट ने एएमसी कंपनियों के शेयरों को भविष्य के लिए मजबूत बताया क्योंकि जून तिमाही में आय, एयूएम और एसआईपी निवेश में तेज वृद्धि दर्ज हुई है।

Last Updated- August 04, 2025 | 9:33 PM IST
Amara Raja Energy & Mobility
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियां (एएमसी) पिछले साल के दौरान बाजार में हुए उतार-चढ़ाव से काफी हद तक सुरक्षित रूप से निपटने में कामयाब रही हैं। साथ ही जून तिमाही में आय वृद्धि के मोर्चे पर उनके मजबूत प्रदर्शन और कई अनुकूल हालात के कारण  उनके शेयरों के लिए आगे की राह चमकदार हो गई है। यह बात ब्रोकरेज फर्मों ने इन एएमसी के नतीजों का विश्लेषण करने के बाद कही। 

पहली तिमाही में चार में से तीन एएमसी ने पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में लाभ में दो अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की। एचडीएफसी एएमसी का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 24 फीसदी बढ़कर 748 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। निप्पॉन लाइफ इंडिया का शुद्ध लाभ 19.2 फीसददी बढ़कर 396 करोड़ रुपये जबकि आदित्य बिड़ला सन लाइफ का लाभ 176 फीसदी बढ़कर 277 करोड़ रुपये हो गया। 

यूटीआई एएमसी का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 7.5 फीसदी घटकर 254 करोड़ रुपये रह गया। लेकिन अगर चौथी तिमाही से तुलना करें तो उसका लाभ करीब 40 फीसदी बढ़ा। कुछ एएमसी का मजबूत प्रदर्शन अन्य आय में खासी बढ़ोतरी के कारण हुआ मगर अधिकांश एएमसी के परिचालन राजस्व में वृद्धि देखी गई, जिसकी वजह बढ़ता एसआईपी निवेश और मार्क-टु-मार्केट लाभ है।

म्युचुअल फंड (एमएफ) उद्योग की औसत तिमाही प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) पहली तिमाही में 72 लाख करोड़ रुपये रही जो पिछले साल की तुलना में 22 फीसदी और तिमाही आधार पर 7 फीसदी अधिक है। पिछली तिमाही में लगभग स्थिर रहने के बाद पहली तिमाही में हर महीने एसआईपी निवेश बढ़कर नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।  एसआईपी में मजबूती और शेयर बाजार में फिर तेजी लौटने के अलावा एएमसी को कमीशन को तर्कसंगत  बनाने से भी फायदा हुआ। ब्रोकरेज का मानना है कि कई संरचनात्मक अनुकूल हालात के चलते एएमसी का मूल्यांकन ऊंचा रहेगा।

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने जुलाई में एक नोट में कहा था, हमने लचीले और बढ़ते एसआईपी रुझानों के आधार पर एएमसी के गुणकों में वृद्धि के मामले को रेखांकित किया है। कमीशन को तर्कसंगत बनाने के बढ़ते रुझान, कर कटौती और रीपो दर में कटौती के बाद उपभोक्ताओं की उच्च विवेकाधीन आय से संभावित लाभ, एमएफ (स्पेशलाइज्ड इन्वेस्टमेंट फंड) के एक नए परिसंपत्ति वर्ग से संभावित उच्च वृद्धि और कम नियामक जोखिम भी शामिल हैं।

हाल के महीनों में एएमसी के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई है। कीमतें नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। एचडीएफसी एएमसी लगभग चार महीनों में 60 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुका है। निप्पॉन इंडिया एक साल में 27 फीसदी की बढ़त के साथ 813 रुपये के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर के करीब है। एबीएसएल और यूटीआई के शेयरों में भी एक साल में 26 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

ब्रोकरेज फर्मों को उम्मीद है कि इन शेयरों की कीमतों में और तेजी आएगी। उन्हें एएमसी की कमाई की रफ्तार बरकरार रहने की उम्मीद है। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट के अनुसार हमने वित्त वर्ष 2026 और वित्त वर्ष 2027 के लिए कमाई का अनुमान 3-3 फीसदी बढ़ा दिया है जो वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के मजबूत प्रदर्शन और स्थिर एयूएम वृद्धि को दर्शाता है। कुछ एएमसी के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण म्युचुअल फंड के अलावा अन्य कारोबारों में वृद्धि की उम्मीदों पर भी आधारित है।

ऐक्सिस सिक्योरिटीज ने कहा, निप्पॉन इंडिया को एशिया और यूरोप से ऑफशोर बिजनेस में लगातार मजबूत निवेश मिल रहा है। कंपनी एशियाई, यूरोपीय और लैटिन अमेरिकी बाजारों के नए क्षेत्रों में प्रवेश करने के साथ-साथ जापानी संस्थागत और खुदरा क्षेत्र में अपनी मौजूदगी का विस्तार और मजबूक करना जारी रखेगी।

एबीएसएल एएमसी का डेट फंड एयूएम बढ़ा है। साथ ही कर्मचारी राज्य बीमा निगम से एडवाइजरी मैंडेट में इजाफा हुआ है। और ये चीजें पिछली तिमाही में सकारात्मक वजहों में शामिल रही।

First Published - August 4, 2025 | 9:33 PM IST

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