facebookmetapixel
देशभर में मतदाता सूची का व्यापक निरीक्षण, अवैध मतदाताओं पर नकेल; SIR जल्द शुरूभारत में AI क्रांति! Reliance-Meta ₹855 करोड़ के साथ बनाएंगे नई टेक कंपनीअमेरिका ने रोका Rosneft और Lukoil, लेकिन भारत को रूस का तेल मिलना जारी!IFSCA ने फंड प्रबंधकों को गिफ्ट सिटी से यूनिट जारी करने की अनुमति देने का रखा प्रस्तावUS टैरिफ के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत, IMF का पूर्वानुमान 6.6%बैंकिंग सिस्टम में नकदी की तंगी, आरबीआई ने भरी 30,750 करोड़ की कमी1 नवंबर से जीएसटी पंजीकरण होगा आसान, तीन दिन में मिलेगी मंजूरीICAI जल्द जारी करेगा नेटवर्किंग दिशानिर्देश, एमडीपी पहल में नेतृत्व का वादाJio Platforms का मूल्यांकन 148 अरब डॉलर तक, शेयर बाजार में होगी सूचीबद्धताIKEA India पुणे में फैलाएगी पंख, 38 लाख रुपये मासिक किराये पर स्टोर

शॉर्ट टर्म दबाव से यूपीएल की फीकी पड़ सकती है चमक

कुल मिलाकर कम कृषि रसायन कीमतों और स्टॉक खत्म होने से राजस्व में 19 प्रतिशत की गिरावट आई। जहां कुल बिक्री 7 प्रतिशत घटी वहीं कीमतों में 15 प्रतिशत तक की कमी आई।

Last Updated- November 19, 2023 | 11:05 PM IST
Stock Market Today

देश की सबसे बड़ी कृषि रसायन कंपनी यूपीएल के लिए जुलाई- सितंबर तिमाही कमजोर रही। कंपनी ने लगभग सभी इलाकों में राजस्व में बड़ी गिरावट दर्ज की।

कुल मिलाकर कम कृषि रसायन कीमतों और स्टॉक खत्म होने से राजस्व में 19 प्रतिशत की गिरावट आई। जहां कुल बिक्री 7 प्रतिशत घटी वहीं कीमतों में 15 प्रतिशत तक की कमी आई।

यूरोपीय बाजार में बिक्री में गिरावट ज्यादा भंडार और उत्पादों पर प्रतिबंध की वजह से आई जबकि भारत में 27 प्रतिशत की गिरावट कपास और दलहन जैसे क्षेत्रों के लिए कमजोर मांग के कारण थी। जिन सेगमेंटों ने अच्छा प्रदर्शन किया,उनमें टिकाऊ उत्पाद पोर्टफोलियो शामिल रहा जिसमें 11 प्रतिशत की तेजी आई।

बीज व्यवसाय भी एक साल पहले की तिमाही के मुकाबले 10 प्रतिशत तक बढ़ा। दूसरी तिमाही में कमजोर प्रदर्शन को देखते हुए कंपनी ने अपने वित्त वर्ष 2024 के राजस्व अनुमान को सपाट से घटाकर 1-5 प्रतिशत की गिरावट के दायरे में कर दिया है। परिचालन मुनाफा वृद्धि भी शुरू के 3 से 7 प्रतिशत से घटाकर शून्य की गई है। मूल्य निर्धारण दबाव नाफ्टा क्षेत्र और ब्राजील में ज्यादा देखा गया।

कंपनी के अनुसार पेटेंट के बाद ऐक्टिव इंग्रिडिएंट कीमतों में भारी गिरावट और वितरकों द्वारा नकदी प्रबंधन की रणनीतियों में बदलाव के कारण उत्तर अमेरिका में राजस्व 57 प्रतिशत तक घट गया।

कमजोर राजस्व से मुनाफे पर दबाव पड़ा और भंडार पर ऊंची लागत का असर, खासकर नाफ्टा और लैटिन अमेरिका में बिक्री वापसी में तेजी और सहायक चैनल भागीदारों को छूट के कारण सकल मार्जिन सालाना आधार पर 520 आधार अंक तक घटकर 48.5 प्रतिशत रह गया।

कंपनी का परिचालन मुनाफा मार्जिन 655 आधार अंक घटकर 15.5 प्रतिशत रह गया। यूपीएल कॉरपोरेशन (यूपीएल की सहायक इकाई) के मुख्य कार्याधिकारी माइक फ्रैंक का कहना है, ‘भविष्य में हम वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में प्रदर्शन सुधरने की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि उत्तर अमेरिका, लैटिन अमेरिका और यूरोप के प्रमुख भूभागों में फसल कटाई सीजन शुरू हो चुका है। ज्यादा भंडारण स्तर में धीरे धीरे कमी आने का अनुमान है।’

First Published - November 19, 2023 | 11:05 PM IST

संबंधित पोस्ट