facebookmetapixel
BFSI Summit 2025: बीमा सेक्टर में दिख रहा अ​स्थिर संतुलन – अजय सेठरिलायंस और गूगल की बड़ी साझेदारी: जियो यूजर्स को 18 महीने फ्री मिलेगा एआई प्रो प्लानबीमा सुगम उद्योग को बदलने के लिए तैयार : विशेषज्ञअस्थिर, अनिश्चित, जटिल और अस्पष्ट दुनिया के लिए बना है भारत: अरुंधति भट्टाचार्यभारत की 4 कंपनियों को मिला चीन से ‘रेयर अर्थ मैग्नेट’ आयात लाइसेंस, वाहन उद्योग को मिलेगी राहतएआई से लैस उपकरण से बदला डिजिटल बैंकिंगमजबूत आईटी ढांचा सबके लिए जरूरी: अरुंधती भट्टाचार्यBFSI Summit : ‘नए दौर के जोखिमों’ से निपटने के लिए बीमा उद्योग ने ज्यादा सहयोगभारत में प्राइवेट इक्विटी बनी FDI की सबसे बड़ी ताकत, रोजगार बढ़ाने में निभा रही अहम भूमिकाबढ़ते करोड़पतियों, वित्तीयकरण से वेल्थ मैनेजमेंट में आ रही तेजी; BFSI समिट में बोले उद्योग विशेषज्ञ

Stock Market: सूचकांक के दिग्गजों ने करा दी बाजार को वापसी

HDFC Bank में 1.8 फीसदी का इजाफा हुआ और उसने सेंसेक्स की बढ़त में सबसे ज्यादा योगदान किया, जिसके बाद रिलायंस का स्थान रहा।

Last Updated- December 21, 2023 | 10:57 PM IST
Stocks to Buy

Stock Market: भारतीय इक्विटी बेंचमार्क ने गुरुवार को पिछले सत्र के नुकसान की रिकवरी की और चढ़कर बंद हुए, जिसे सूचकांक के दिग्गजों से खासी बढ़ोतरी और गिरावट पर निवेशकों की तरफ से हुई खरीदारी से सहारा मिला।

Sensex 359 अंक चढ़कर 70,865 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी ने 105 अंकों के इजाफे के साथ 21,255 पर कारोबार की समाप्ति की। इस महीने अब तक के आधार पर सेंसेक्स में 5.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जबकि निफ्टी में 5.6 फीसदी की उछाल आई है, जो जुलाई 2022 के बाद उनकी सबसे अच्छी मासिक बढ़त है।

HDFC Bank में 1.8 फीसदी का इजाफा हुआ और उसने सेंसेक्स की बढ़त में सबसे ज्यादा योगदान किया, जिसके बाद रिलायंस का स्थान रहा, जिसमें 1.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। विश्लेषकों ने बुधवार की गिरावट की वजह नई ऊंचाई को छूने के बाद हुई मुनाफावसूली को बताया।

मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, बाजार ने हालांकि बुधवार को मुनाफावसूली देखी, लेकिन अंतर्निहित सेंटिमेंट सकारात्मक बनी हुई है, जिसकी वजह मजबूत आर्थिक व देसी कारक हैं।

बाजार एक दायरे में रह सकता है क्योंकि क्रिसमस व नए साल की छुट्टियों के चलते वैश्विक स्तर पर निवेशकों की भागीदारी धीरे-धीरे घटने की संभावना है।

वैश्विक स्तर पर मजबूत आर्थिक आंकड़े, पश्चिम के प्रमुख केंद्रीय बैंकों की तरफ से दरों में कटौती की संभावना और हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव के नतीजों के बीच रहे सकारात्मक सेंटिमेंट ने बाजारों को पिछले साल हफ्ते में बढ़त दर्ज करने में मदद की है।

बाजारों में आगे और बढ़त की उम्मीद है क्योंकि वैश्विक निवेशकों को फेडरल रिजर्व की तरफ से साल की शुरुआत में ब्याज दर में कटौती की संभावना दिख रही है। कुछ विशेषज्ञ निवेशकों को गिरावट में खरीदारी की सलाह दे रहे हैं और कह रहे हैं कि आने वाले समय में झंझावात देखने को मिल सकते हैं।

फिलाडेल्फिया के फेडरल रिजर्व अध्यक्ष पैट्रिक हार्कर ने बुधवार को दरों में कटौती की संभावना को बल दिया और कहा कि यह अहम है कि ब्याज दरें नीचे की ओर जा रही हैं। हालांकि हार्कर ने चेतावनी दी कि केंद्रीय बैंक तेजी से आगे नहीं बढ़ेगा।

समकक्ष बाजारों में चीन की इक्विटी में बढ़ोतरी हुई जब आंकड़ों से चीन के बीमार प्रॉपर्टी बाजार में रिकवरी के संकेत मिले। आने वाले समय में अमेरिका व ब्रिटेन के आर्थिक आंकड़े बाजार की राह तय कर सकते हैं।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, हम अब इंडेक्स में एकीकरण की उम्मीद कर रहे हैं और शेयर विशेष के मोर्चे पर ट्रेडिंग के मौके की किल्लत नहीं होगी।

First Published - December 21, 2023 | 10:55 PM IST

संबंधित पोस्ट