इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर केंद्रित सेमीकंडक्टर चिप्स को समर्थन देने के लिए एक विशेष योजना बना सकता है। इसके साथ ही डेटासेट और कंप्यूटिंग के लिए प्लेटफॉर्म के साथ प्रौद्योगिकी के लिए एक बहु-वर्षीय रोडमैप के हिस्से के रूप में कार्यक्रम तैयार कर सकता है।
देश के आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) कार्यक्रम के लिए केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त शिक्षाविदों और उद्योग हितधारकों के कार्य समूहों ने स्टार्टअप के लिए पर्याप्त जीपीयू क्षमता के विकास का सुझाव देते हुए अपनी सिफारिशें दी हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा भारत सेमीकंडक्टर मिशन से एआई चिप्स के लिए एक नया विकास प्रोत्साहन समर्थन दे सकता है। देश का आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) कार्यक्रम भारत को साल 2026 तक 1,000 अरब अमेरिकी डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने में मददगार होगा।
शुक्रवार को देश के आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) कार्यक्रम पर जारी रिपोर्ट में यह बात कही गई है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि रोबोटिक्स पर राष्ट्रीय रणनीति का मसौदा बहुवर्षीय भारत एआई कार्यक्रम का हिस्सा होगा। उन्होंने कहा, ‘इस कार्यक्रम के जरिये एआई देश को 1,000 अरब डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने में मददगार बनेगा।’
मंत्री ने इससे पहले कहा था कि सरकार की योजना 2026 तक भारत को 1,000 अरब अमेरिकी डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने की है।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप परिवेश का समर्थन करने के अलावा भारत का एआई कार्यक्रम देश में व्यापक कौशल, कंप्यूटर बुनियादी ढांचे के निर्माण आदि पर ध्यान केंद्रित करेगा। रिपोर्ट में घरेलू स्टार्टअप और शोधकर्ताओं के लिए उपयोगी भारत डेटा सेट मंच बनाने की सिफारिश की गई है।