टाटा मोटर्स डीवीआर (differential voting rights) का शेयर बुधवार को 12.4 प्रतिशत चढ़ गया। इन शेयरों को ‘ए-ऑर्डिनरी’ शेयरों के नाम से भी जाना जाता है। वाहन कंपनी द्वारा अपने डीवीआर शेयरों को ‘ऑर्डिनरी शेयरों’ में तब्दील करने की घोषणा किए जाने एक दिन बाद यह तेजी दर्ज की गई है।
प्रस्तावित योजना के तहत, कंपनी के सात ऑर्डिनरी शेयर हरेक 10 ए-ऑर्डिनरी शेयरों के लिए जारी किए जाएंगे और उसके सभी बकाया ए-ऑर्डिनरी शेयर रद्द कर दिए जाएंगे।
टाटा मोटर्स के ऑर्डिनरी शेयर और ए-ऑर्डिनरी शेयर 12.4 प्रतिशत और 0.2 प्रतिशत की तेजी के साथ 640.6 रुपये और 419.5 रुपये पर बंद हुए। ताजा शेयर कीमतों और अदला-बदली अनुपात के अनुसार, डीवीआर अभी भी ऑर्डिनरी शेयरों के मुकाबले 6.5 प्रतिशत डिस्काउंट पर उपलब्ध है। एक दिन पहले, यह डिस्काउंट 20 प्रतिशत था।
योजना के पूरा होने में 12-15 महीने का समय लगेगा
सस्ते डीवीआर रखने वालों को फायदा होगा, हालांकि इस योजना के पूरा होने में 12-15 महीने का समय लगेगा। यह लेनदेन त्रि-स्तरीय कर जटिलताओं से जुड़ा होगा। ए-शेयरों को रद्द करना टाटा मोटर्स में संचित लाभ पर ‘लाभांश भुगतान’ के तौर पर समझा जाएगा। इससे लाभांश वितरण कर पर रोक को बढ़ावा मिलेगा।
टाटा मोटर्स के समूह सीएफओ पी बी बालाजी ने कहा कि प्रभावी कर योजना के लिए प्रभावी तारीख पर आधारित होगा और शेयरधारकों के हिसाब से अलग अलग होगा।
कर निर्धारण उन म्युचुअल फंडों के लिए सबसे कम हो सकता है, जो ए-शेयरधारक आधार बड़ी भागीदारी रखते हैं और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के लिए यह सर्वाधिक हो सकता है। प्रभावी स्वैप रेशियो 6.8 और 7 (हरेक 10 शेयर के लिए शेयर) के बीच हो सकता है।