रेमंड समूह (Raymond Group) ने मैनी प्रीसिजन प्रॉडक्ट्स की 59.25 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण 682 करोड़ रुपये में करने का ऐलान किया है, जिसकी फंडिंग कंपनी कर्ज व आंतरिक संग्रह से करेगी।
कंपनी ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा, यह अधिग्रहण रेमंड के मौजूदा कारोबार को और मजबूत बनाने का रणनीतिक कदम है। जिस कारोबार का अधिग्रहण हो रहा है उसकी मौजूदगी एरोस्पेस, इलेक्ट्रिक वाहन और रक्षा क्षेत्र में है।
यह अधिग्रहण रिंग प्लस एक्वा के जरिए होगा, जो जेके फाइल्स ऐंड इंजीनियरिंग की सहायक है। अधिग्रहण के बाद रेमंड, जेके फाइल्स, आरपीएएल और एमपीपी कारोबार को एकीकृत करेगी और नई सहायक न्यूको का गठन करेगी, जिसमें रेमंड की 66.3 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
न्यूको प्रीसिजन इंजीनियरिंग प्रॉडक्ट्स पर ध्यान केंद्रित करेगी। वित्त वर्ष 23 में न्यूको का प्रोफार्मा एकीकृत राजस्व 1,600 करोड़ रुपये और एबिटा 220 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी ने कहा, इस अधिग्रहण के साथ रेमंड का इंजीनियरिंग कारोबार इंजीनियरिंग, ऑटोमोटिव, ईवी, एरोस्पेस और डिफेंस कलपुर्जे का बड़े प्रदाता के तौर पर उभरेगा, जो उच्च बढ़त वाले प्रीसिजन इंजीनियरिंग प्रॉडक्ट्स को लक्षित करेगा और इसकी मौजूदगी अंतरराष्ट्रीय व देसी बाजारों में होगी।
इस पर टिप्पणी करते हुए रेमंड के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक गौतम हरि सिंघानिया ने कहा, यह अधिग्रहण हमारे इंजीनियरिंग कारोबार की वृद्धि की रफ्तार बढ़ाएगा और तेजी से बढ़ते सेगमेंट मसलन एरोस्पेस, डिफेंस व ईवी में हमारे लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा।
रेमंड का मेक इन इंडिया पहल पर हमेशा ही भरोसा रहा है और यह अधिग्रहण चीन प्लस वन की रणनीति को मजबूती देगा, जो हमें फायदा पहुंचा रहा है। मैं एमपीपी के संस्थापक गौतम मैनी का हमारे इंजीनियरिंग कारोबार की अग्रणी टीम के पास स्वागत करते हुए खुशी महसूस कर रहा हूं और इससे हमें उनके अनुभव का लाभ मिलेगा।