कतर के सरकारी निवेश फंड कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) में आज 2.7 फीसदी हिस्सेदारी हासिल कर ली। फंड ने यह अधिग्रहण ब्लॉक डील के जरिये 3,920 करोड़ रुपये में किया है।
बैंकिंग सूत्रों का कहना है कि अदाणी समूह इस सौदे से प्राप्त रकम का उपयोग कर्ज का बोझ घटाने और कंपनी के सामान्य कामों के लिए करेगा। कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी के इस निवेश को अदाणी ग्रीन पर भरोसे का बड़ा प्रतीक माना जा रहा है। अदाणी ग्रीन 8,316 मेगावॉट क्षमता के साथ काम कर रही है, जो देश में किसी कंपनी के पास अक्षय ऊर्जा की काम कर रही सबसे अधिक क्षमता है।
अदाणी ग्रीन का शेयर आज 4.69 फीसदी गिरा
अदाणी ग्रीन का शेयर आज 4.69 फीसदी गिरकर 965 रुपये पर बंद हुआ। इस हिसाब से कंपनी का मूल्याकंन 1.53 लाख करोड़ रुपये बैठता है। सौदे से पहले कंपनी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 56.27 फीसदी थी, जो अब 2.7 फीसदी कम हो गई है। इससे पहले खबर थी कि यह सॉवरिन फंड 1 अरब डॉलर देकर रिलायंस रिटेल वेंचर में 1 फीसदी हिस्सेदारी लेना चाहता है। ऐसा होता तो रिलायंस समूह की इस कंपनी का कुल मूल्यांकन 100 अरब डॉलर हो जाता।
अदाणी समूह (Adani Group) ने 2030 तक अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में 70 अरब डॉलर निवेश का लक्ष्य रखा है। इस क्षेत्र में पहले ही दुनिया भर के सॉवरिन फंड निवेश कर रहे हैं। अदाणी ग्रीन के 2,140 मेगावॉट के सोलर-विंड हाइब्रिड पोर्टफोलियो में तकनीकी रूप से उन्नत सोलर मॉड्यूल एवं विंड टरबाइन मौजूद हैं।
कंपनी की अक्षय ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने की योजना
इसके अलावा उसके पास संयंत्र एवं ग्रिड की पर्याप्त उपलब्धता और बेहतर सौर विकिरण वाले नए संयंत्र भी उपलब्ध हैं। कंपनी अपनी अक्षय ऊर्जा क्षमता को सात वर्षों में मौजूदा 8.3 गीगावॉट से बढ़ाकर 45 गीगावॉट करना चाहती है।
एक सूत्र ने कहा कि इस साल मार्च के अंत में अदाणी ग्रीन एनर्जी पर 40,000 करोड़ रुपये शुद्ध कर्ज था। कंपनी कर्ज का बोझ घटाने और नई परियोजनाओं में निवेश के लिए अपने आंतरिक संसाधनों से अच्छी खासी रकम जुटा सकती है। इसके अलावा कंपनी ने एक पात्र संस्थागत निवेश (क्यूआईपी) की भी योजना बनाई है जिससे उसे अपनी मौजूदा परियोजनाओं के लिए रकम जुटाने में मदद मिलेगी।
इन परियोजनाओं के लिए कंपनी 2 लाख एकड़ भूमि का अधिग्रहण कर चुकी है और वित्त वर्ष 2024 में 3 गीगावॉट अतिरिक्त क्षमता चालू होने की उम्मीद है। इसके लिए कंपनी ने गुजरात और राजस्थान में जमीन देखी है।
एक निवेश बैंकिंग सूत्र ने कहा कि अदाणी ग्रीन एनर्जी की होल्डिंग कंपनी में और खास परियोजनाओं में सरकारी वेल्थ फंड पहले ही खासा निवेश कर चुके हैं। दुनिया भर की सरकारों के वेल्थ फंड अक्षय ऊर्जा में निवेश बढ़ा रहे हैं। कंपनी की शेयर बिक्री शुरू होने पर वे निवेश करने में दिलचस्पी दिखाएंगे।