MP Assembly Elections 2023 : एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के एक विश्लेषण में कहा गया है कि मध्य प्रदेश में 79 सीटें ऐसी हैं जहां तीन या इससे अधिक उम्मीदवारों ने शपथ पत्र में स्वयं के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है। राज्य में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं। वर्ष 2018 में यह संख्या 76 (33 प्रतिशत) थी।
एडीआर ने राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने वाले 2,534 उम्मीदवारों द्वारा दाखिल किए गए शपथ पत्रों का विश्लेषण किया है। इन उम्मीदवारों में 711 राष्ट्रीय दलों, 103 राज्य स्तरीय दलों, 553 पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त दलों से ताल्लुक रखते हैं और 1.167 निर्दलीय हैं।
इनमें राष्ट्रीय दलों के 711 उम्मीदवारों में 33 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की बात स्वीकार की है, जबकि 17 प्रतिशत के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं। ये मामले गैर-जमानती धाराओं के अंतर्गत आते हैं और अपराध साबित होने पर कम से कम 5 वर्षों की सजा का प्रावधान है।
इन उम्मीदवारों में 44 प्रतिशत स्नातक या अधिक शैक्षणिक योग्यता रखते हैं, जबकि 134 ने स्वयं के मात्र साक्षर होने का प्रमाण दिया है। 28 निरक्षर उम्मीदवार भी हैं।
Also read: कांग्रेस ने विजयवर्गीय पर दुष्कर्म और मानहानि के दो मामले छिपाने का आरोप लगाया
रिपोर्ट के अनुसार 38 प्रतिशत उम्मीदवारों की उम्र 25 से 40 वर्षों के बीच है और 49 प्रतिशत ऐसे हैं जिनकी उम्र 41 से 60 वर्ष के बीच है। 13 प्रतिशत उम्मीदवारों 61 से 80 वर्ष की आयु के हैं और दो उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिनकी उम्र 80 वर्ष से भी अधिक है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल उम्मीदवारों में 253 (10 प्रतिशत) महिलाएं हैं।
2018 में 9 प्रतिशत महिलाओं ने अपनी किस्मत आजमाई थी। कुल 2,534 उम्मीदवारों में 723 (29 प्रतिशत) करोड़पति हैं। 2018 में 2716 उम्मीदवारों में 656 करोड़पति (24 प्रतिशत) थे। इन उम्मीदवारों की संपत्ति 1 करोड़ रुपये या इससे अधिक थी।