वित्त मंत्रालय ने सोमवार को भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के एजेंटों की ग्रेच्युटी सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है। इससे 13 लाख से ज्यादा एजेंटों को लाभ होगा और उनके काम करने की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार होगा।
मंत्रालय ने एजेंटों का सावधि बीमा कवर भी मौजूदा 3,000 से 10,000 की सीमा से बढ़ाकर 25,000 से 1,50,000 रुपये कर दिया है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, ‘सावधि बीमा में इस वृद्धि से वे एजेंट जो अब इस दुनिया में नहीं हैं उनके परिवारों को काफी फायदा होगा। इससे उन्हें अधिक महत्त्वपूर्ण कल्याणकारी लाभ मिलेगा।’
कल्याणकारी उपाय एलआईसी (एजेंट) विनियम 2017 में संशोधन, ग्रेच्युटी सीमा में वृद्धि तथा पारिवारिक पेंशन की समान दर आदि से संबंधित हैं।
मंत्रालय ने फिर से नियुक्त एजेंटों के कमीशन के नवीकरण का भी प्रावधान कर दिया है, जिससे उन्हें बढ़ी वित्तीय स्थिरता मिलेगी। इस समय एलआईसी एजेंटों को पुरानी एजेंसी के तहत पूरे हुए किसी कारोबार पर नवीकरण कमीशन नहीं मिलता।
एलआईसी कर्मचारियों के संबंध में मंत्रालय ने परिवारों के कल्याण के लिए 30 प्रतिशत की एक समान दर पर पारिवारिक पेंशन को भी मंजूरी दी है। यह मांग विभिन्न सार्वजनिक बीमा पेंशनर संगठनों ने की थी कि परिवार पेंशन की दर में बढ़ोतरी की जानी चाहिए और इसमें एकरूपता लाई जानी चाहिए।
इसके पहले एलआईसी एजेंटों के एसोसिएशन ने ग्रेच्युटी की सीमा मौजूदा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये किए जाने की मांग की थी। बयान में कहा गया कि 13 लाख से अधिक एजेंट और 1 लाख से अधिक नियमित कर्मचारी इन कल्याणकारी उपायों से लाभान्वित होंगे, जो एलआईसी के विकास तथा भारत में बीमा पैठ को गहरा करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
वर्ष 1956 में 5 करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ स्थापित एलआईसी के पास 31 मार्च, 2023 तक 40.81 लाख करोड़ रुपये की जीवन निधि के साथ 45.50 लाख करोड़ रुपये का परिसंपत्ति आधार था।