जीएमआर ग्रुप (GMR Group) आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम इंटरनैशनल एयरपोर्ट का निर्माण करने के लिए 3,200 करोड़ रुपये का ऋण लेने की योजना बना रहा है।
इस परियोजना की लागत करीब 4,700 करोड़ रुपये आने का अनुमान है और यह टर्म लोन तीन साल की निर्माण अवधि, एक साल की मोहलत और 14 वर्ष की पुनर्भुगतान अवधि से जुड़ा हुआ है। परियोजना के लिए ऋण के अलावा प्रवर्तकों से इक्विटी योगदान करीब 1,370 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
जीएमआर ग्रुप एयरपोर्ट होल्डिंग कंपनी जीएमआर एयरपोर्ट्स (जीएएल) के तहत हवाई अड्डा व्यवसाय का परिचालन करता है। जीएएल की जीएमआर विशाखापत्तनम इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (जीवीआईएएल) में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी है। जीवीआईएएल इस परियोजना के लिए विशेष उद्देश्य वाली कंपनी है।
जीएएल ने प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के जरिये हवाई अड्डा विकास एवं परिचालन का अधिकार हासिल किया और उसके बाद 40 साल के लिए जून 2020 में एक रियायत समझौता किया।
जीवीआईएल 6 करोड़ यात्रियों की सालाना क्षमता के साथ पहले चरण पर अमल कर रही है। प्रवर्तक समूह ने इस परियोजना में 105 करोड़ रुपये लगाए हैं और 30 सितंबर 2023 तक उसके पास 200 करोड़ रुपये की नकदी थी।
नकदी का मुख्य तौर पर अग्रिम इक्विटी जरूरत (करीब 410 करोड़ रुपये) पूरी करने में इस्तेमाल किया जाएगा जबकि शेष राशि तीन साल की निर्माण अवधि के दौरान खर्च की जाएगी।
इंडिया रेटिंग्स (India Ratings) ने प्रस्तावित टर्म लोन के लिए स्थिर नजरिये के साथ ‘बीबीबी’ रेटिंग दी है। इंडिया रेटिंग्स ने कहा है कि रेटिंग में कमजोर वित्तीय प्रोफाइल और हवाई अड्डा क्षेत्र में प्रबंधन के मजबूत अनुभव को भी ध्यान में रखा गया है।