facebookmetapixel
Stocks to watch today, Sep 12: NBCC, RailTel समेत इन 17 स्टॉक्स पर आज रहेगी निवेशकों की नजर10 करोड़ शेयर वापस खरीदेगी Infosys, अब TCS-Wipro की बारी?Stock Market Today: बाजार में तेजी के संकेत, Infosys बायबैक और IPO पर रहेगी नजर50% अमेरिकी टैरिफ के बाद भारतीय निर्यात संगठनों की RBI से मांग: हमें राहत और बैंकिंग समर्थन की जरूरतआंध्र प्रदेश सरकार ने नेपाल से 144 तेलुगु नागरिकों को विशेष विमान से सुरक्षित भारत लायाभारत ने मॉरीशस को 68 करोड़ डॉलर का पैकेज दिया, हिंद महासागर में रणनीतिक पकड़ मजबूत करने की कोशिशविकसित भारत 2047 के लिए सरकारी बैंक बनाएंगे वैश्विक रणनीति, मंथन सम्मेलन में होगी चर्चाE20 पेट्रोल विवाद पर बोले नितिन गडकरी, पेट्रोलियम लॉबी चला रही है राजनीतिक मुहिमभारत को 2070 तक नेट जीरो हासिल करने के लिए 10 लाख करोड़ डॉलर के निवेश की जरूरत: भूपेंद्र यादवGoogle लाएगा नया फीचर: ग्रामीण और शहरी दर्शकों को दिखेगा अलग-अलग विज्ञापन, ब्रांडों को मिलेगा फायदा

बॉन्ड प्रतिफल में नरमी के बीच विदेशी मुद्रा मजबूत

इ​क्विटी में भी 0.2 प्रतिशत की तेजी आई और इसके साथ ही चार दिन की गिरावट का सिलसिला समाप्त हो गया। 

Last Updated- October 24, 2023 | 11:57 PM IST
RBI sold record 20.2 billion dollars, big intervention to save rupee from fall RBI ने रिकॉर्ड 20.2 अरब डॉलर बेचे, रुपये को गिरावट से बचाने के लिए बड़ा हस्तक्षेप

कई इ​क्विटी बाजारों और मुद्राओं में मंगलवार को तेजी आई, क्योंकि डॉलर और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में ताजा तेजी के बाद नरमी दर्ज की गई, हालांकि निवेशकों को हंगरी के केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दर के संबंध में लिए जाने वाले निर्णय का इंतजार है।

एमएससीआई में शामिल उभरते बाजार की मुद्राएं 0.2 प्रतिशत मजबूत हुईं, जो सप्ताह के अंत में आने वाले आर्थिक आंकड़ों से पहले अमेरिकी ट्रेजरी प्रतिफल में गिरावट को दर्शाता है जिससे अमेरिका में मौद्रिक नीति के लिए दृ​ष्टिकोण निर्धारित हो सकता है।

इ​क्विटी में भी 0.2 प्रतिशत की तेजी आई और इसके साथ ही चार दिन की गिरावट का सिलसिला समाप्त हो गया।

हालांकि आईएनजी में ब्रिटेन और सीईई के लिए बाजार के वै​श्विक प्रमुख और शोध के क्षेत्रीय प्रमुख क्रिस टर्नर ने कहा कि जब तक कमजोर अमेरिकी आंकड़ा आना शुरू नहीं होता, तब तक यह मु​श्किल है कि लंबे समय तक ट्रेजरी प्रतिफल काफी कम हो जाएगा।

उभरते बाजारों के शेयर पिछले सत्र में गिरकर 11 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए, जबकि निवेशकों ने अमेरिकी ब्याज दरों, चीन के कमजोर संप​त्ति क्षेत्र और भूराजनीतिक अनि​श्चितताओं के बीच दूरी बनाए रखने पर जोर दिया।

पूर्वी और मध्य यूरोप में, हंगरी की मुद्रा यूरो के मुकाबले 0.2 प्रतिशत तक बढ़ी। हंगरी के केंद्रीय बैंक द्वारा नीतिगत दर का निर्णय लिए जाने से पहले इस मुद्रा में तेजी दिखी है। रॉयटर्स के सर्वे में शामिल कई अर्थशास्त्रियों ने हंगरी के केंद्रीय बैंक द्वारा 50 आधार अंक की दर कटौती का अनुमान जताया है।

First Published - October 24, 2023 | 11:57 PM IST

संबंधित पोस्ट