इसकी शुरुआत एक शैंपू के विज्ञापन से हुई और तब से उनकी राह में आने वाले विज्ञापनों को कोई रोक नहीं पाया। हीरो मोटोकॉर्प के साथ करार करने वाले विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की जोड़ी फिलहाल सात ब्रांडों के प्रचार-प्रसार से जुड़ी है जिनमें प्यूमा, मिंत्रा, लिवस्पेस, श्याम स्टील, टूथसी और ब्लू ट्राइब जैसे ब्रांड हैं। पहले भी यह जोड़ी गूगल डुओ, मान्यवर और लक्स जैसे ब्रांडों के साथ विज्ञापन करते हुए नजर आई है।
कोई भी दूसरी सेलेब्रिटी जोड़ी संयुक्त रूप से भारत में इतने सारे ब्रांडों से नहीं जुड़ी हुई है। आलिया भट्ट और रणबीर कपूर की जोड़ी कुल चार ब्रांड करार के साथ दूसरे स्थान पर हैं, जिनमें से दो पहले के ब्रांड करार हैं। विभिन्न सेलेब्रिटी जोड़े, वैसे तो व्यक्तिगत स्तर पर दर्जनों ब्रांडों से
जुड़े हैं लेकिन कोहली और अनुष्का की जोड़ी कई मायने में अलग है।
सिंगापुर की होम इंटीरियर ऐंड रेनोवेशन कंपनी लिवस्पेस के मुख्य विपणन अधिकारी (सीएमओ) कार्तिकेय भंडारी कहते हैं, ‘हम ऐसी मशहूर हस्तियों का साथ चाहते थे जिनकी देश भर में अपील हो और जो हमारे लक्षित दर्शकों की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करें। अभियान के लिए मुख्य रूप से अनुष्का और विराट को इसलिए पसंद किया जाता है कि ब्रांड के लक्षित दर्शकों के साथ उनका जुड़ाव अधिक है जिनमें 30 से 50 साल उम्र के वैसे लोग हैं और जो घरों के मालिक हैं।
वह कहते हैं कि अनुष्का और विराट दोनों अपनी विश्वसनीयता और व्यावसायिकता के लिए जाने जाते हैं, और अपने-अपने क्षेत्र में शीर्ष स्तर पर हैं। बेंगलूरु के ब्रांड और कारोबारी रणनीति विशेषज्ञ हरीश बिजूर का कहना है कि कई सेलेब्रिटी जोड़ियों को ब्रांड करार मिलता है लेकिन विराट और अनुष्का की ब्रांड हिस्सेदारी क्रिकेट और बॉलीवुड के कारण बहुत बड़ा हिस्सा है। उनका कहना है, ‘इस देश में बॉलीवुड और क्रिकेट बेहद मशहूर हैं। इससे बेहतर क्या हो सकता है कि दो सेलेब्रिटी एक-दूसरे से शादी कर लेते हैं।’ वर्ष 2019 में, महामारी आने से ठीक पहले, जब मुंबई के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन ब्रांड्स (आईआईएचबी) ने सेलेब्रिटी जोड़ियों से जुड़ी रिपोर्ट जारी की तो विरुष्का (आमतौर पर विराट और अनुष्का के लिए कहा जाने वाला संक्षिप्त नाम) का नाम शीर्ष पायदान पर था। इस अध्ययन में ‘मेड फॉर इच-अदर’ (एमएफईओ) मानक पर दंपती शीर्ष पर थे और इसका शीर्षक ‘द स्पार्कलर’ था और इसमें कारोबार, खेल और मनोरंजन की दुनिया से जुड़े देश के छह प्रमुख सेलेब्रिटी जोड़े की तुलना की गई थी जिनमें विश्वसनीयता, सम्मान, विशिष्टता और उच्च गुणवत्ता जैसे 25 मापदंड थे।
जब वर्ष 2021 में स्पार्कलर की आखिरी रिपोर्ट आई थी, तो दंपती 79 प्रतिशत के स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गए थे। मुकेश और नीता अंबानी पारंपरिक लिहाज से ब्रांड करार से जुड़े नहीं हैं लेकिन सूची में सबसे ऊपर हैं। इसके बाद रणवीर सिंह और दीपिका पडुकोणे का स्थान है जो अनुष्का और विराट ठीक एक महीने पहले नवंबर 2018 में शादी के बंधन में बंधे थे।
विशेषज्ञों का कहना है कि इसका एक कारण यह हो सकता है कि अनुष्का जनवरी 2021 में अपनी बेटी के जन्म के बाद किसी भी फिल्म में नजर नहीं आईं और विराट वर्ष 2020 और 2021 में अपने बेहतर फॉर्म में नहीं थे। फिर भी, विरुष्का की जोड़ी इस रिपोर्ट में उच्च गुणवत्ता, प्रामाणिक, आउटडोर और सर्वश्रेष्ठ ब्रांड जैसे मापदंडों में भी सबसे ऊपर है।
टैम मीडिया रिसर्च के मुख्य कार्याधिकारी एलवी कृष्णन कहते हैं, ‘यह मशहूर दंपती उन कुछ चुनिंदा लोगों में से एक है जो दो अलग-अलग क्षेत्रों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।’ उन्होंने एक टैम न्यूरोसाइंस अध्ययन का हवाला दिया, जिसमें यह बात कर निकल कर आई कि जो ब्रांड कई जोड़े सेलेब्रिटी को अपने संदेश देने के लिए जोड़ते हैं उनके लिए दर्शकों की प्रतिक्रिया बेहतर होती है।
मार्केटिंग और ब्रांड पंडित बताते हैं कि क्रिकेटर और अभिनेत्री को अलग-अलग या एक जोड़े के रूप में ब्रांड से जोड़ने की अहम भूमिका होती है।
विज्ञापन गुरु प्रहलाद कक्कड़ कहते हैं, ‘एक की कीमत पर दो लिए सौदा हो जाता है। दो लोगों की कीमत चुकाकर कोई बेहतर करार नहीं कहा जा सकता है।’ वह इस बात पर भी जोर देते हैं कि दोनों की निजी तौर पर बेहतर ब्रांड वैल्यू है और उनकी फीस अधिक है लेकिन जब विराट और अनुष्का को एक जोड़े के तौर पर ब्रांड से जोड़ा जाता है तब बड़ी राशि खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती है।
विज्ञापन एजेंसी रीडिफ्यूजन के प्रबंध निदेशक संदीप गोयल कहते हैं, ‘विराट और अनुष्का ने एक साथ अच्छा प्रदर्शन किया है। उनके विज्ञापन
यादगार रहे हैं चाहे वह ‘मान्यवर मोहे’ का विज्ञापन हो या फिर ‘श्याम स्टील’ का। उनके बीच बेहतर तालमेल है। कोई भी सेलेब्रिटी उनके करीब नहीं पहुंचा है।’ गोयल ने बताया कि दंपती की ब्रांड वैल्यू का ‘इंजन’ कोहली हैं और जब उन्होंने पिछले एक साल या उससे अधिक समय में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, तब कई ब्रांडों ने विकल्पों की तलाश शुरू कर दी थी। वर्ष 2023 में इस जोड़े के ब्रांड करार की शुरुआत हीरो मोटोकॉर्प के ब्रांड करार से हुई है और उनके ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए, मीडिया गुरुओं का मानना है कि और भी ब्रांड उनसे जुड़ सकते हैं।