बजाज फाइनैंस (Bajaj Finance) पर ईकॉम और इंस्टा ईएमआई कार्ड के तहत कर्ज आवंटन और वितरण के मामले में आरबीआई की पाबंदी का कंपनी के लाभ पर गंभीर असर तब ही कम होगा जब पाबंदी छह से आठ हफ्ते के भीतर हटा ली जाए। विश्लेषकों ने गुरुवार को ये बातें कही।
वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने एक रिपोर्ट में कहा कि चौंकाने वाले कदम के तहत आरबीआई ने बजाज फाइनैंस को अपनी दो डिजिटल उधारी योजनाओं के तहत कर्ज आवंटन व वितरण पर रोक लगाने को कहा है। हालांकि यह कदम नकारात्मक है। ऐसे में इन योजनाओं को दोबारा कब तक पटरी पर लाया जा सकेगा, यह सबसे अहम होगा।
बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने इस एनबीएफसी को निर्देश दिया था कि वह अपनी दो योजनाओं इंस्टा ईएमआई व ईकॉम के तहत कर्ज का आवंटन व वितरण तत्काल प्रभाव से बंद कर दे।
निर्देश में डिजिटल ऋण वितरण के कुछ दिशानिर्देशों के प्रावधानों के उल्लंघन का हवाला दिया गया है, जिसमें इन दोनों उधारी योजनाओं के लिए कर्जदार को मुख्य तथ्य वाले विवरण (केएफएस) जारी न किया जाना और कंपनी की तरफ से आवंटित अन्य डिजिटल ऋण पर जारी केएफएस में कमी शामिल है।
बजाज फाइनैंस ने कहा कि आरबीआई के संतुष्ट होने तक निगरानी वाली पाबंदियां जारी रहेंगी, जब तक कि कंपनी इन्हें बेहतर न कर दे। इस घटना के बाद कंपनी का शेयर कारोबारी सत्र के दौरान 4 फीसदी टूट गया और अंत में 1.9 फीसदी की बढ़त के साथ 7,366 रुपये पर बंद हुआ।
इसकी तुलना में एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स 0.47 फीसदी चढ़कर बंद हुआ। कंपनी ने एक बयान में कहा कि आरबीआई की चिंता के आधार पर कंपनी केएफएस की समीक्षा करेगी और जल्द से जल्द जरूरी कदम उठाएगी। विश्लेषकों को उम्मीद है कि आने वाले समय में इंस्टा ईएमआई कार्ड के अधिग्रहण/जारी होने की रफ्तार घटेगी।
अभी कंपनी के इंस्टा ईएमआई कार्ड सेगमेंट का उसके कुल ग्राहक फ्रैंचाइजी में करीब 5.5 फीसदी का योगदान है। सीएलएसए के शुरुआती अनुमान के मुताबिक बजाज फाइनैंस हर तिमाही करीब 70,000 डिजिटल ईएमआई कार्ड जारी करती है। कार्ड का एकबारगी प्रोसेसिंग शुल्क 600 रुपये है। इस तरह से तिमाही में इससे राजस्व पर 42 करोड़ रुपये की चोट पड़ेगी।
इसके अतिरिक्त 30 फीसदी डिजिटल ईएमआई कार्डधारक तीन महीने के भीतर कर्ज की सुविधा लेते हैं। ऐसे में कर्ज से मिलने वाला 23 करोड़ रुपये राजस्व नहीं मिलेगा। कुल मिलाकर इंस्टा ईएमआई कार्ड पर पाबंदी से हर तिमाही 65 करोड़ रुपये के राजस्व की चोट पड़ेगी, जो कर पूर्व लाभ का 1.5 फीसदी बैठता है। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर कर्ज का मासिक वॉल्यूम 2.20 लाख से 2.30 लाख और इंस्टा ईएमआई कार्ड के जरिये 1.10 लाख से 1.20 लाख महीने है।
बी2बी कर्ज की दर को देखते हुए विश्लेषकों का अनुमान है कि कंपनी को 45 दिन में 4.5 लाख कर्ज वॉल्यूम से लेकर 90 दिन में 9 लाख कर्ज वॉल्यूम से समझौता करना होगा।