संसद की एक समिति ने सरकार से भारत स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर्स (बीएसएमआर) प्लेटफॉर्म के विकास को गति देने और बड़ी क्षमता वाले रिएक्टरों के रोडमैप की समीक्षा करने के लिए कहा है। इसका मकसद तकनीकी आत्मनिर्भरता और प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करना और भारत के तीन-चरणीय परमाणु कार्यक्रम के साथ तालमेल बिठाना है।
सार्वजनिक उपक्रमों पर बनी समिति ने न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआईएल) पर अपनी रिपोर्ट में भारत की परमाणु रिएक्टर क्षमताओं को वैश्विक मानकों के अनुरूप बढ़ाने और विदेशी तकनीकों पर निर्भरता कम करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
समिति ने लोकसभा में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘समिति ने नियत किए गए दीर्घकालिक धन, स्पष्ट समयबद्ध लक्ष्य तय करने और समर्पित उन्नत डिजाइन और परीक्षण सुविधाएं स्थापित करने के साथ स्वदेशी परमाणु रिएक्टर अनुसंधान और विकास को उच्च राष्ट्रीय प्राथमिकता देने की सिफारिश की।’