परिचालन संबंधी व्यवधानों से जूझ रही विमानन कंपनी इंडिगो उड़ानें रद्द होने या विलंब के कारण प्रभावित यात्रियों को 10,000 रुपये के यात्रा ‘वाउचर’ देगी। यह वाउचर 3 से 5 दिसंबर के दौरान उड़ानें रद्द होने से प्रभावित यात्रियों को दिया जाएगा। यह नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के मानदंडों के तहत उड़ान रद्द होने पर यात्रियों को दी जाने वाली राशि के अतिरिक्त होगा।
इंडिगो ने कहा कि यात्री इस वाउचर का उपयोग अगले 12 महीनों के दौरान इंडिगो की उड़ान को बुक करने में कर सकते हैं। डीजीसीए के नियमों के तहत इंडिगो को उन यात्रियों को 5,000 रुपये से 10,000 रुपये का भुगतान करना होगा जिनकी उड़ानें निर्धारित प्रस्थान से 24 घंटे से भी कम समय पहले रद्द कर दी गईं थीं और यह राशि उड़ान की अवधि के अनुसार अलग-अलग होगी।
1 और 9 दिसंबर के बीच इंडिगो ने 4,200 से अधिक उड़ानें रद्द की हैं। इस बीच विमानन कंपनी ने कहा कि उसने मंगलवार से अपने उड़ान कार्यक्रम को स्थिर कर दिया है। कंपनी ने कहा कि आज 1,950 से अधिक उड़ानें संचालित हुईं। कंपनी ने बुधवार को 1,900 से अधिक उड़ानें और मंगलवार को 1,800 से अधिक उड़ानें संचालित कीं। इंडिगो ने कहा कि उसका समय पर प्रदर्शन (ओटीपी) शीर्ष-स्तरीय उद्योग मानकों पर वापस आ गया है।
विमानन कंपनी ने कहा, ‘इंडिगो अफसोस के साथ स्वीकार करती है कि 3 से 5 दिसंबर को यात्रा करने वाले यात्रियों को कुछ हवाई अड्डों पर कई घंटों तक फंसे रहना पड़ा और उनमें से कई भीड़भाड़ के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए। हम ऐसे यात्रियों को 10,000 रुपये का यात्रा वाउचर देंगे। इन वाउचर का उपयोग अगले 12 महीनों में इंडिगो में टिकट बुक करने में किया जा सकता है।’
संकट से पहले विमान कंपनी रोजाना 2,300 उड़ानें संचालित करती थीं। डीजीसीए ने मंगलवार को एयरलाइन को मार्च तक अपने उड़ान कार्यक्रम में 10 फीसदी की कटौती करने के लिए कहा था।
इस बीच डीजीसीए ने लगातार उड़ानों में हो रही गड़बड़ी के बीच इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स को शुक्रवार को फिर से पेश होने के लिए कहा है। डीजीसीए ने पिछले सप्ताह संयुक्त डीजी संजय ब्राह्मणे, उप महानिदेशक अमित गुप्ता, वरिष्ठ उड़ान संचालन निरीक्षक कपिल मांगलिक और एफओआई लोकेश रामपाल को मिलाकर चार सदस्यीय पैनल का गठन किया था, जिसका उद्देश्य इंडिगो में परिचालन संबंधी गड़बड़ियों के मूल कारण का पता लगाना था।
सूत्रों ने कहा कि डीजीसीए के अधिकारियों ने इंडिगो के मुख्यालय से संचालन, रिफंड और अन्य प्रक्रियाओं की निगरानी शुरू कर दी है।