द एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) ने संभावित रिटर्न की सीमा तय कर दी है, जो म्युचुअल फंड अपने इलेस्ट्रेशन व कैलकुलेटर के माध्यम से सामने रखते हैं। इस सीमा को अब हर परिसंपत्ति वर्ग की तरफ से सृजित लंबी अवधि के रिटर्न के साथ जोड़ दिया गया है।
उद्योग निकाय ने एमएफ कैलकुलेटर्स व टूल मसलन गोल प्लानिंग के लिए रिटर्न की अधिकतम रेंज 13 फीसदी तय कर दी है।
10 साल के रोलिंग रिटर्न के हिसाब से इक्विटी योजनाओं के इलस्ट्रेशन में भविष्य का अधिकतम रिटर्न 13 फीसदी से कम होना चाहिए। फंड हाउस को एम्फी के संदेश के मुताबिक, निफ्टी-50 ने इस अवधि में 12.93 फीसदी रिटर्न दिया है, वहीं सेंसेक्स का रिटर्न 12.64 फीसदी रहा है।
फिक्स्ड इनकम योजनाओं के लिए यह सीमा 7.2 फीसदी है। हाइब्रिड फंडों के इलस्ट्रेशन में अधिकतम रिटर्न 8.5 फीसदी से 10 फीसदी दर्शाया जा सकता है।
एम्फी ने यह दिशानिर्देश नियामक के उस आकलन के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि कुछ एएमसी उसकी विज्ञापन संहिता का अनुपालन नहीं कर रही हैं।