भारतीय भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को जिला और राज्य स्तर पर विस्तृत सेवा गुणवत्ता (क्यूओएस) के आंकड़े मुहैया कराने के लिए नया निर्देश भेजा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
फिलहाल दूरसंचार सेवा प्रदाता लाइसेंस सेवा क्षेत्र (एलएसए) के अनुसार सेवा की गुणवत्ता के आंकड़े जमा करते हैं, जिन्हें आम तौर पर टेलीकॉम सर्कल कहा जाता है। भारत में 22 दूरसंचार सर्किल हैं, जो अलग-अलग राज्यों की सीमाओं के अनुसार नहीं हैं। मिसाल के तौर पर उत्तर प्रदेश में दो सर्कल (पूर्व और पश्चिम) हैं जबकि महाराष्ट्र और गोवा एक ही सर्कल है।
अधिकारियों ने बताया कि हालांकि बड़ी संख्या में उपभोक्ता खराब गुणवत्ता की शिकायत करते हैं लेकिन पूरे टेलीकॉम सर्कल का प्रदर्शन औसत है। ट्राई के एक अधिकारी ने कहा ‘आम तौर पर यह सेवा की गुणवत्ता के बारे में ग्राहक के अनुभव से अलग तस्वीर पेश करता है क्योंकि सेवा क्षेत्र के भीतर भी कई क्षेत्रों या इलाकों में सेवा काफी खराब है।’
इस कदम को दूरसंचार कंपनियों के विरोध का सामना करना पड़ा है। उनका कहना है कि आंकड़े संकलित करना संभव नहीं है। एक निजी दूरसंचार परिचालक कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आंकड़ों की निगरानी प्रणाली ऐसी प्रणाली के रूप में विकसित हुई है जो दूरसंचार सर्कलों के अनुसार आंकड़ों को मापती है। इसे सरकार के समक्ष पेश किया जाता है। जिला स्तर पर इतनी आसानी से आंकड़े जुटाना संभव नहीं है। इसके लिए पूरी प्रणाली को बदलना होगा।