टाटा मोटर्स अपनी हाइड्रोजन फ्यूल सेल संचालित (एफसीईवी) बसों के लिए केंद्रीय मोटर वाहन नियम (सीएमवीआर) टाइप अप्रूवल प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाली देश की पहली बस निर्माता बन गई है। देश की सबसे बड़ी वाणिज्यिक वाहन निर्माता ने टाटा स्टारबस 4/12 एफसीईवी मॉडल के लिए मंजूरी हासिल की है।
परीक्षण एजेंसी ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरए), जो भारी उद्योग मंत्रालय से संबद्ध स्वायत्त निकाय है, ने कहा कि टाटा मोटर्स भारत में सीएमवीआर के सभी अधिसूचित प्रावधानों के पूर्ण अनुपालन के साथ ‘टाइप अप्रूवल’ प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाली पहली ओईएम है।
Also read: Tata Motors ने नवंबर में अब तक की सबसे अधिक मासिक खुदरा बिक्री की दर्ज
एफसीईवी एक तरह का ऐसा इलेक्ट्रिक वाहन है, जो बिजली पैदा करने के लिए पूरी तरह से बैटरी पर निर्भर रहने के बजाय हाइड्रोजन फ्यूल सेल का इस्तेमाल करता है। यह इसे पारंपरिक गैस-तेल या इलेक्ट्रिक वाहनों की तुलना में संभावित रूप से अधिक कुशल और पर्यावरण के अनुकूल बनाता है।
शून्य उत्सर्जन, लंबी दूरी, तीव्रता से ईंधन भरने तथा अधिक दक्षता एफसीईवी को शुद्ध इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की तुलना में सार्वजनिक परिवहन के लिए बेहतर विकल्प बनाती है।
हालांकि एफसीईवी तकनीक अब भी विकास के शुरुआती चरण में है, लेकिन इसमें परिवहन के भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता है।