आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्षेत्र की अग्रणी कंपनी OpenAI अपने कुछ एडवांस्ड AI मॉडल का इस्तेमाल करने के लिए ID वेरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू करने पर विचार कर रही है। कंपनी की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, इस नए वेरिफिकेशन सिस्टम को ‘वेरिफाइड ऑर्गनाइजेशन’ नाम दिया गया है। यह सिस्टम डेवलपर्स को OpenAI प्लेटफॉर्म पर सबसे एडवांस मॉडल और सुविधाएं देगा। वेरिफिकेशन के लिए, OpenAI के API द्वारा समर्थित किसी देश से जारी सरकारी ID जरूरी होगी। एक ID का उपयोग हर 90 दिनों में केवल एक संगठन के वेरिफिकेशन के लिए किया जा सकता है। हालांकि, कंपनी ने स्पष्ट किया कि सभी संगठन वेरिफिकेशन के लिए योग्य होंगे या नहीं।
OpenAI ने कहा कि यह वेरिफिकेशन प्रक्रिया AI के असुरक्षित उपयोग को कम करने के लिए शुरू की जा रही है, ताकि एडवांस मॉडल डेवलपर्स के लिए आसानी से उपलब्ध रह सकें। कंपनी का कहना है कि कुछ डेवलपर्स OpenAI के API का उपयोग उसकी नीतियों के खिलाफ करते हैं। वेरिफिकेशन प्रक्रिया से इस तरह के दुरुपयोग को रोकने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, यह कदम बौद्धिक संपदा की चोरी को रोकने में भी सहायक हो सकता है।
इस साल की शुरुआत में ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि OpenAI ने जांच शुरू की थी, जिसमें चीन स्थित AI लैब डीपसीक से जुड़े एक समूह पर 2024 के अंत में OpenAI के API के माध्यम से बड़ी मात्रा में डेटा अवैध रूप से लेने का आरोप था। इस डेटा का उपयोग कथित तौर पर मॉडल प्रशिक्षण के लिए किया गया, जो OpenAI की शर्तों का उल्लंघन करता है।
वेरिफाइड ऑर्गनाइजेशन की प्रक्रिया के तहत, संगठनों को वेरिफिकेशन के लिए एक वैध सरकारी ID देनी होगी, जो OpenAI द्वारा समर्थित 200 से अधिक देशों में से किसी एक की हो। यदि कोई संगठन हाल ही में वेरीफाई हो चुका है, तो उसी ID से 90 दिनों तक दूसरा वेरिफिकेशन नहीं किया जा सकता। अगर कोई संगठन वेरिफिकेशन के लिए योग्य नहीं है, तो वह OpenAI के मौजूदा मॉडल और प्लेटफॉर्म का उपयोग सामान्य रूप से जारी रख सकता है।
कंपनी ने यह भी कहा कि भविष्य में वेरिफिकेशन की आवश्यकता वाले मॉडल सभी उपयोगकर्ताओं के लिए बिना वेरिफिकेशन के उपलब्ध हो सकते हैं। OpenAI ने कहा, “हमारी जिम्मेदारी है कि AI को सुरक्षित और व्यापक रूप से सुलभ बनाया जाए।” यह कदम डेवलपर्स को नए तकनीकों का लाभ उठाने का मौका देगा।