भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा फेम-2 योजना के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के आरोप में सब्सिडी की वसूली का नोटिस भेजे जाने के एक सप्ताह बाद इलेक्ट्रिक वाहन उपकरण बनाने वाली कंपनियों ने मंत्रालय को अपना जवाब भेजा है।
सरकार से जुड़े सूत्रों ने कहा कि अपने जवाब में चूक करने वाली मूल उपकरण विनिर्माता कंपनियों हीरो इलेक्ट्रिक और ओकिनावा स्कूटर्स ने दावा किया है कि उन्होंने किसी दिशानिर्देश का उल्लंघन नहीं किया है।
सरकारी अधिकारियों ने कहा, ‘हमने जांच एजेंसियों से कहा है कि वे दस्तावेज प्रस्तुत करें। चूककर्ताओं ने 7 दिन की नियत समय-सीमा में जवाब दे दिया है। अब मंत्रालय आगे की कार्रवाई करने से पहले नियमों के मुताबिक आगे बढ़ रहा है।’
भारी उद्योग मंत्रालय ने हीरो इलेक्ट्रिक और ओकिनावा को 29 अप्रैल को भेजे नोटिस में जवाब देने के लिए 7 दिन का वक्त दिया था, जो सब्सिडी की वसूली के लिए प्रस्तावित कार्रवाई से संबंधित है। सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय दोनों चूककर्ताओं के दावों की जांच करने की योजना बना रहा है, क्योंकि यह मामला न्यायालय में जाने की संभावना है।
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सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘ओईएम ने वही जवाब दाखिल कर दिया है, जो उन्होंने सितंबर में मंत्रालय की ओर से जांच शुरू होने के वक्त दिया था। ऐसे में हम उनके दावों की जांच कर रहे हैं क्योंकि यह मामला न्यायालय में जाने की संभावना है।’दोनों विनिर्माता मंत्रालय को अपना पक्ष रखने पर सहमत हैं।
ओकिनावा के प्रवक्ता ने दावा किया कि हम मंत्रालय के साथ चल रही बातचीत में सक्रियता से हिस्सा ले रहे हैं। वहीं दूसरी ओर हीरो इलेक्ट्रिक ने कहा कि जिस तरीके से ओला, एथर, टीवीएस व अन्य कंपनियों ने इस मसले का समाधान किया है, उसी तरह उनके मामले को भी निपटाया जाएगा।