facebookmetapixel
CBIC ने कारोबारियों को दी राहत, बिक्री के बाद छूट पर नहीं करनी होगी ITC वापसी; जारी किया नया सर्कुलरNepal Crisis: नेपाल में अगला संसदीय चुनाव 5 मार्च 2026 को होगा, राष्ट्रपति ने संसद को किया भंगट्रंप का नया फरमान: नाटो देश रूस से तेल खरीदना बंद करें, चीन पर लगाए 100% टैरिफ, तभी जंग खत्म होगा1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! ऑटो सेक्टर से जुड़ी इस कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट तयElon Musk की कंपनी xAI ने 500 कर्मचारियों को अचानक निकाला, Grok ट्रेनर्स सकते में!भारत-पाक मैच की विज्ञापन दरों में 20% की गिरावट, गेमिंग सेक्टर पर बैन और फेस्टिव सीजन ने बदला बाजारFY26 में 3.2% रहेगी महंगाई, RBI से दर कटौती की उम्मीद: CrisilDividend Alert: घरेलू उपकरण बनाने वाली इस कंपनी ने AGM में ₹5 के डिविडेंड को दी मंजूरी, जानें डिटेल्सDividend Stocks: 250% का तगड़ा डिविडेंड! फार्मा कंपनी का निवेशकों को तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्तेITR Filing: 15 सितंबर तक भरना है इनकम टैक्स रिटर्न, डेडलाइन मिस की तो लगेगा भारी जुर्माना

गजब! IIT, Madras का करिश्मा, 1000 किमी/घंटे की रफ्तार से निर्वात ट्यूब में चलेगी ट्रेन

आईआईटी, मद्रास में विकास के तहत महत्वाकांक्षी हाइपरलूप परियोजना में एशिया की सबसे लंबी हाइपरलूप ट्यूब होगी।

Last Updated- March 16, 2025 | 6:28 PM IST
Hyperloop

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास में विकास के तहत महत्वाकांक्षी हाइपरलूप परियोजना में एशिया की सबसे लंबी Hyperloop tube होगी। उन्होंने कहा कि इसकी लंबाई 410 मीटर होगी और यह जल्द ही दुनिया की सबसे लंबी हाइपरलूप बन जाएगी। शहर के संक्षिप्त दौरे पर आए रेलवे, सूचना एवं प्रसारण तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने 15 मार्च को आईआईटी मद्रास में हाइपरलूप परियोजना का निरीक्षण किया।

उन्होंने कहा कि हाइपरलूप परियोजना के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स घटक प्रौद्योगिकी चेन्नई स्थित ‘इंटीग्रल कोच फैक्ट्री’ में विकसित की जाएगी। रविवार को सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में वैष्णव ने आईआईटी मद्रास परिसर में अपने दौरे का एक वीडियो साझा करते हुए कहा, “एशिया में सबसे लंबी हाइपरलूप ट्यूब (410 मीटर)… जल्द ही दुनिया की सबसे लंबी होगी।”

हाइपरलूप को परिवहन का पांचवा तरीका माना जाता है। यह एक हाई-स्पीड ट्रेन है जो लगभग निर्वात ट्यूब में यात्रा करती है। कम वायु प्रतिरोध ट्यूब के अंदर कैप्सूल को 1,000 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति तक पहुंचने की सहूलियत देता है। रेल मंत्रालय ने मई, 2022 में हाइपरलूप परिवहन प्रणाली और इसकी उप-प्रणालियों को स्वदेशी रूप से विकसित और मान्य करने के लिए आईआईटी मद्रास को 8.34 करोड़ रुपये के आवंटन को मंजूरी दी थी।

(एजेंसी इनपुट के साथ) 

छोटे निवेशकों को ज्यादा नुकसान

युवाओं के रोजगार के लिए मोदी सरकार क्या कर रही है? पढ़े, PM Modi का पूरा भाषण

 

 

 

 

 

First Published - March 16, 2025 | 6:28 PM IST

संबंधित पोस्ट