facebookmetapixel
जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने सरकार से पूरे 6G स्पेक्ट्रम की नीलामी की मांग कीतेजी से बढ़ रहा दुर्लभ खनिज का उत्पादन, भारत ने पिछले साल करीब 40 टन नियोडिमियम का उत्पादन कियाअमेरिकी बाजार के मुकाबले भारतीय शेयर बाजार का प्रीमियम लगभग खत्म, FPI बिकवाली और AI बूम बने कारणशीतकालीन सत्र छोटा होने पर विपक्ष हमलावर, कांग्रेस ने कहा: सरकार के पास कोई ठोस एजेंडा नहीं बचाBihar Assembly Elections 2025: आपराधिक मामलों में चुनावी तस्वीर पिछली बार जैसीरीडेवलपमेंट से मुंबई की भीड़ समेटने की कोशिश, अगले 5 साल में बनेंगे 44,000 नए मकान, ₹1.3 लाख करोड़ का होगा बाजारRSS को व्यक्तियों के निकाय के रूप में मिली मान्यता, पंजीकरण पर कांग्रेस के सवाल बेबुनियाद: भागवतधर्मांतरण और यूसीसी पर उत्तराखंड ने दिखाई राह, अन्य राज्यों को भी अपनाना चाहिए यह मॉडल: PM मोदीधार्मिक नगरी में ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’, सहालग बुकिंग जोरों पर; इवेंट मैनेजमेंट और कैटरर्स की चांदीउत्तराखंड आर्थिक मोर्चे पर तो अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, लेकिन पारिस्थितिक चिंताएं अभी भी मौजूद

Trump के विरोध के बावजूद Foxconn भारत में लगाएगी Apple के लिए प्लांट, 1.5 अरब डॉलर का होगा निवेश

Foxconn प्लांट के एक बार ऑपरेशनल होने के बाद यह भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में आज तक का सबसे बड़ा निवेश होगा। इससे लगभग 14,000 नौकरियां पैदा होंगी।

Last Updated- May 23, 2025 | 12:25 PM IST
iPhones
Foxconn ने इस सप्ताह की शुरुआत में लंदन स्टॉक एक्सचेंज में एक फाइलिंग के जरिए निवेश का खुलासा किया।

ताइवानी इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज और iPhone बनाने वाली एप्पल इंक (Apple Inc.) की टॉप सप्लायर फॉक्सकॉन (Foxconn) चेन्नई के पास एक नई कंपोनेंट फैक्ट्री में 1.5 अरग डॉलर के निवेश के साथ आगे बढ़ रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) की ओर से प्रोडक्शन अमेरिका में ​शिफ्ट करने को लेकर बढ़ते राजनीतिक दबाव के बावजूद फॉक्सकॉन भारत में प्लांट लगाने की योजना पर काम कर रही है। दो भारतीय सरकारी अधिकारियों ने फाइनेंशियल टाइम्स को पुष्टि की कि ताइवानी इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज तमिलनाडु के ओरागादम औद्योगिक केंद्र (Oragadam industrial hub) में अपनी मौजूदा iPhone असेंबली यूनिट के पास में नया प्लांट लगा रही है।

भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में सबसे बड़ा निवेश

नया प्लांट डिस्प्ले मॉड्यूल को असेंबल करेगा, जो एक अहम कंपोनेंट है, जो iPhone की स्क्रीन के नीचे बैठता है और टच इंटरफेस, ब्राइटनेस और कलर क्वालिटी को पावर देता है। प्लांट के एक बार ऑपरेशनल होने के बाद यह भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में आज तक का सबसे बड़ा निवेश होगा।

Foxconn ने इस सप्ताह की शुरुआत में लंदन स्टॉक एक्सचेंज में एक फाइलिंग के जरिए निवेश का खुलासा किया, जिसमें कहा गया कि फंड्स उसकी भारतीय सहायक कंपनी, यूझान टेक्नोलॉजी इंडिया (Yuzhan Technology India) को जाएगा। तमिलनाडु सरकार ने पहले ही अक्टूबर में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी थी, जिसमें उम्मीद है कि इससे लगभग 14,000 नौकरियां पैदा होंगी।

Also Read: डॉनल्ड ट्रंप ने Apple के टिम कुक से क्यों कहा- ​भारत में न करें iPhone की मैन्यूफैक्चरिंग 

ट्रंप ने Apple CEO को भारत में नहीं, US में प्रोडक्शन के लिए कहा

यह कदम ऐसे समय में आया है जब Apple भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग फुटप्रिंट को गहरा कर रहा है। यहां तक कि प्रेसिडेंट ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से कंपनी की दूसरे देशों में विस्तार करने के लिए आलोचना की है। पिछले हफ्ते कतर की यात्रा के दौरान बोलते हुए, ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने Apple के सीईओ टिम कुक से भारत में फैक्ट्रियां नहीं बनाने का आग्रह किया था, जब तक कि वे डिमांड सीधे तौर पर भारतीय बाजार के अनुरूप न हो।

ट्रंप ने कहा, “वह पूरे भारत में प्रोडक्शन कर रहा है। मैं नहीं चाहता कि आप भारत में मैन्यूफैक्च​रिंग करें,” उन्होंने कहा कि Apple को इसके बजाय अमेरिका में प्रोडक्शन बढ़ाना चाहिए। इस तरह के कमेंट के बावजूद, Apple अपने प्लान पर आगे बढ़ रही है।

भारत अमेरिका जाने वाले iPhone का करेगा प्रोडक्शन

मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरपॉइंट के मुताबिक, ग्लोबल iPhone प्रोडक्शन में भारत की हिस्सेदारी 2024 में 18 फीसदी तक पहुंच गई और 2025 तक 32 फीसी तक बढ़ने की उम्मीद है। रिपोर्टों के अनुसार, Apple का लक्ष्य अगले साल के अंत तक अमेरिका में सालाना बेचे जाने वाले सभी 60 मिलियन iPhone का प्रोडक्शन भारत में करना है।

भारत में 22 बिलियन डॉलर के iPhone असेंबल

Apple ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त हुए फाइनैंशियल वर्ष में भारत में 22 बिलियन डॉलर मूल्य के iPhone असेंबल किए, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 60 फीसदी की वृद्धि है। भारत में बने ज्यादातर iPhone अभी तमिलनाडु में Foxconn के प्लांट में असेंबल किए जाते हैं। टाटा समूह, जिसने हाल ही में विस्ट्रॉन के स्थानीय कार्यों को संभाला और पेगाट्रॉन के प्लांटों की देखरेख करता है, दक्षिणी भारत में भी उत्पादन बढ़ा रहा है।

First Published - May 23, 2025 | 12:25 PM IST

संबंधित पोस्ट