हाई स्कूल पास लोगों में रोजगार की दर अधिक
कोविड-19 महामारी का प्रसार रोकने के लिए 2020 में लगी पाबंदी (लॉकडाउन) के बाद भारतीय श्रम बल में शिक्षा स्तर के आधार पर काफी बदलाव आया है। कम पढ़े-लिखे लोगों के समूह को रोजगार का अधिक नुकसान हुआ है। अधिक पढ़े-लिखे लोगों की भी नौकरियां गईं। स्नातक एवं स्नातकोत्तर उत्तीर्ण लोग अब भी रोजगार […]
हाई स्कूल पास लोगों में रोजगार की दर अधिक
कोविड-19 महामारी का प्रसार रोकने के लिए 2020 में लगी पाबंदी (लॉकडाउन) के बाद भारतीय श्रम बल में शिक्षा स्तर के आधार पर काफी बदलाव आया है। कम पढ़े-लिखे लोगों के समूह को रोजगार का अधिक नुकसान हुआ है। अधिक पढ़े-लिखे लोगों की भी नौकरियां गईं। स्नातक एवं स्नातकोत्तर उत्तीर्ण लोग अब भी रोजगार […]
देश में अक्टूबर में रोजगार घटा लेकिन स्व-रोजगार बढ़ा
अक्टूबर 2021 में भारत में रोजगार का स्तर सितंबर के 40.62 करोड़ से घटकर 40.08 करोड़ रह गया। यह निराशाजनक है, क्योंकि यह भारत के त्योहारी मौसम से पहले अक्टूबर के मध्य में जगी उम्मीदों को झुठलाता है, जब साप्ताहिक अनुमानों ने रोजगार दर में वृद्धि दिखाई थी। सितंबर में रोजगार में 85 लाख की […]
कोविड काल ने रोजगार दर पर डाला दूरगामी असर
कोविड-19 की दूसरी लहर अब ढलान पर है और आवाजाही पर लगी पाबंदियां भी ढीली पडऩे लगी हैं। श्रम बाजारों में भी हालात सुधरने लगे हैं। गत 27 जून को समाप्त सप्ताह में बेरोजगारी दर 8.7 फीसदी आंकी गई। पिछले तीन हफ्तों में बेरोजगारी दर 8.7 फीसदी से लेकर 9.4 फीसदी के दायरे में रही […]
संपत्ति उत्तराधिकार कानून में बदलाव की दरकार
भारत में महिला प्रतिनिधित्व की कमी एक नैतिक एव युक्तिसंगत समस्या है। इसके अलावा यह आर्थिक प्रगति का एक गंवाया हुआ अवसर भी है। महिलाओं को पीछे रखने वाले कई कारक हैं जिनमें भारतीय राज्य की कार्यप्रणाली भी एक है। हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम में महिलाओं की स्व-अर्जित संपत्ति के साथ बरताव भी इस समस्या का […]