आरबीआई के कदम से लुढ़के सूचकांक
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रीपो दरों में आज अचानक 40 अंक की बढ़ोतरी कर दी तो सदमे में बेंचमार्क सूचकांक दो महीने की सबसे बड़ी गिरावट के शिकार हो गए। आरबीआई के इस कदम का झटका वित्तीय क्षेत्र के बड़े शेयर झेल नहीं पाए और अपने साथ सेंसेक्स को भी नीचे खींच ले गए। […]
महंगाई का मुद्दा जनता तक पहुंचाने में चूक गई कांग्रेस
भारत में राजनीतिक दल अपने हित साधने का कोई मौका कभी हाथ से निकलने नहीं देते हैं। किसी छोटे विषय को भी राजनीतिक दल बढ़ा-चढ़ा कर उसे जनता के सामने परोसते हैं और उनकी नजरों में अपना रसूख बढ़ाने का प्रयास करते हैं। मगर देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस इसका अपवाद लग रही […]
उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति पर ध्यान देना आवश्यक
मौद्रिक नीति के मूल में यह बात है कि मुद्रास्फीति को नियंत्रित किया जाए अथवा विनिमय दर को। पिछले दशकों में एक दलील यह भी थी कि विनिमय दर को स्थिर बनाकर हमने घरेलू कीमतों को स्थिर कर दिया है। मुद्रास्फीति को लक्षित करने का विकल्प कभी नहीं चुना गया क्योंकि कई अन्य पहलुओं पर […]
रूस के खिलाफ प्रतिबंधों से हालात नाजुक होने के आसार
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन पर हमले की वजह से रूस के खिलाफ पश्चिमी देशों द्वारा प्रतिबंधों से स्थिति नाजुक होगी। प्रतिबंधों को लेकर घरेलू व्यापारियों से रुपया-रूबल की बढ़ रही मांग के बीच इस तरह स्थिति चिंताजनक होगी। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति के बाद मीडिया से […]
बॉन्ड में तेजी, रुपये में नरमी
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक से पहले 10 वर्षीय बेंचमार्क वाले सरकारी बॉन्ड का प्रतिफल बढ़कर करीब 7 फीसदी पर पहुंच गया। पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी के मद्देनजर छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति चालू वित्त वर्ष के लिए मुद्रास्फीति के अनुमान को बढ़ाने के लिए प्रेरित हो […]
जिंस के दामों से अर्थव्यवस्था में सुधार पर पड़ सकता है असर : एसऐंडपी
जिंस के बढ़ते दाम, जिनमें रूस-यूक्रेन युद्ध से और तेजी आई है, भारतीय अर्थव्यस्था के दमदार सुधार को हल्का कर सकते हैं और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) पर अपनी मौद्रिक नीति को अपेक्षा से अधिक तेजी से सामान्य करने का दबाव डाल सकते हैं। एसऐंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी […]
विश्व अर्थव्यवस्था की तीन प्रमुख समस्याएं
विश्व अर्थव्यवस्था के सामने अब तीन बड़े और अहम सवाल हैं। अमेरिका में वृहद आर्थिक स्थिरता को मुद्रास्फीति का संकट चुनौती दे रहा है और वहां मौद्रिक नीति संंबंधी रणनीति को लेकर भी चिंता है। चीन में एक बड़ी गैर बाजार अर्थव्यवस्था खड़ी की गई थी लेकिन वह आंतरिक विरोधाभासों से दो-चार हो रही है। […]
वृद्घि को सहारा देता रहेगा आरबीआई
पिछले दो साल में मुद्रास्फीति में मौसमी बढ़ोतरी के बावजूद मौद्रिक नीति में बदलाव नहीं करने के बाद, भारतीय रिजर्व बैंक वृद्धि दर को बढ़ावा देना जारी रखेगा। इसके लिए उत्पादक क्षेत्रों की मदद को तंत्र में पर्याप्त तरलता भी सुनिश्चित करेगा, साथ ही विनिमय दर में स्थिरता लाने की दिशा में भी काम करता […]
विवेकपूर्ण सार्वजनिक व्यय प्रबंधन या मूल्य स्थिरता?
निजी क्षेत्र के निवेश में सुधार की अनुपस्थिति के स्पष्ट प्रमाणों के बीच ताजा बजट में यह नीति अपनायी गई है कि महामारी के बाद के वृद्धि चक्र को सरकार के पूंजीगत व्यय के बल पर गति प्रदान की जाए। माना जा रहा है कि मध्यम अवधि में इसकी बदौलत निजी निवेश भी आएगा। इस […]
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की सबसे साहसी मौद्रिक नीति
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास जब महात्मा गांधी के उद्धरणों और लता मंगेशकर के गीत ‘आज फिर जीने की तमन्ना है’ के उल्लेख के साथ मौद्रिक नीति वक्तव्य का पाठ कर रहे थे तो मुझ समेत अधिकांश विश्लेषकों ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक के नतीजों के लिए बहुत […]