महाराष्ट्र में शुरू हुई विकेल ते पिकेल योजना
कृषि क्षेत्र को अधिक बढ़ावा देने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ‘विकेल ते पिकेल’ योजना शुरू की है। इस योजना से किसानों को सीधा फायदा हो सकेगा। किसानों हितों को ध्यान में रखते हुए ही महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार यह योजना शुरू कर रही है। विकेल ते पिकेल का मतलब है […]
देश के किसानों के समक्ष जो समस्या है वह फसल कीमतों से अधिक आय से संबंधित है। सरकार 2,000 रुपये प्रति क्विंटल से कम कीमत पर गेहूं खरीदती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी यह लगभग इसी कीमत पर मिल सकता है। परंतु चावल, जिसका भारत एक प्रमुख निर्यातक है वह एक अलग तस्वीर पेश करता […]
चाय कंपनियों की शुद्ध आय को कम उपज से मिली रफ्तार
आबादी का एक बड़ा हिस्सा घर पर काम कर रहा है और ज्यादा चाय पी रहा है। घरों में होने वाले चाय की खपत में इस इजाफे और विश्वव्यापी महामारी के कारण कम फसल की वजह से कंपनियों की शुद्ध आय बढ़ रही है। सबसे बड़ी उत्पाद मैकलॉयड रसेल इंडिया ने सितंबर तिमाही के दौरान […]
मार्च तक खाद्य महंगाई घटने के आसार नहीं
पिछले कुछ महीनों से खाद्य पदार्थों की कीमतों में तेजी से परिवारों का बजट बिगड़ गया है। केंद्र सरकार व भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) दोनों का ही मानना है कि खरीफ की फसल बाजार में आने के साथ स्थिति में सुधार होगा। बहरहाल विशेषज्ञों और शिक्षाविदों का कहना है कि कुछ किए जाने की तुलना […]
प्याज की खड़ी फसल पर फिर गया ‘पानी’
दक्षिणी महाराष्ट्र स्थित उस्मानाबाद के प्याज किसान रोही दास सोनवणे पाटिल जब प्याज की फसल की बरबादी की दास्तान सुनाते हैं तो उनकी आवाज का दर्द फोन पर भी छलक आता है। अक्सर सूखे की मार झेलने वाला उस्मानाबाद प्याज का बड़ा उत्पादक है। यहां इस वर्ष 1 से 25 अक्टूबर के बीच 190 मिलीमीटर […]
अक्टूबर में कमजोर रहा देश का श्रम बाजार
कोविड-19 महामारी से अस्त-व्यस्त हुई भारत की अर्थव्यवस्था के दोबारा पटरी पर लौटने की रफ्तार ढीली होती दिख रही है। सीएमआईई के कंज्यूमर पिरामिड्स हाउसहोल्ड सर्वे से आए श्रम बाजार के आंकड़ों के अनुसार मई में आर्थिक गतिविधियों में तेजी दिखी थी और जून में रफ्तार और तेज हो गई थी। यह सिलसिला जुलाई में […]
कोविड काल में किनवा बना एक आदर्श खाद्य उत्पाद
दो दशक पहले बोलिविया और पेरू के मूल निवास के बाहर लगभग अनजान किनवा आज अपने पौष्टिक एवं उपचारात्मक गुणों की वजह से दुनिया के सबसे बड़े सुपरफूड में से एक माना जाने लगा है। किनवा को लेकर मचे वैश्विक हंगामे ने 2013 को अंतरराष्ट्रीय किनवा वर्ष के रूप में मनाए जाने के बाद भारत […]
आलू उछला तो उत्तर प्रदेश में पड़ा आलू बीज का संकट
आलू की कीमतों में उछाल के साथ उत्तर प्रदेश में किसानों के सामने बुआई के सीजन में बीज का संकट खड़ा हो गया है। जहां खुले बाजार में आलू का बीज 60 रुपये किलो तक मिल रहा है, वहीं सरकारी कोल्डस्टोरों में इसका दाम 32 रुपये किलो चल रहा है। आलू बीजों की बड़ी कीमतों […]
बेमौसम बारिश ने बिगाड़ दी महाराष्ट्र की आर्थिक सेहत
कोरोना की मार से परेशान महाराष्ट्र में हुई बेमौसम बारिश ने राज्य की आर्थिक स्थिति और खराब कर दी है। फसलों को भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता करने के लिए राज्य के पास ऋण लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इसलिए राज्य सरकार चाहती है कि सभी दल मिलकर केंद्र […]
करीब छह महीने के बाद यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री हरे निशान में लौट आई है और सितंबर 2020 में बिक्री में 9.81 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई। यात्री वाहनों की बिक्री सितंबर 2019 के 1,78,189 वाहनों के मुकाबले सितंबर 2020 में बढ़कर 1,95,665 वाहन हो गई। यात्री वाहनों के अलावा ट्रैक्टर ही एक अन्य […]